November 14, 2025

मुजफ्फरपुर में नाबालिक छात्रा से दो छात्रों ने कई बार किया रेप, गर्भवती होने पर खुला मामला, एक आरोपी गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर। जिले से एक बेहद शर्मनाक और समाज को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जिले के कांटी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा के साथ दो छात्रों द्वारा कई बार दुष्कर्म किए जाने का मामला उजागर हुआ है। यह घिनौनी हरकत तब सामने आई जब पीड़िता की तबीयत बिगड़ी और जांच में वह चार माह की गर्भवती पाई गई। परिजनों द्वारा पूछताछ करने पर लड़की ने अपने साथ हुई दरिंदगी की पूरी कहानी बताई, जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज कराया गया।
घटना का खुलासा और केस की पृष्ठभूमि
यह मामला मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र का है। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता एक नाबालिग छात्रा है, जो उसी गांव के रहने वाले दोनों आरोपी छात्रों को जानती थी। इन दोनों ने पीड़िता को बहला-फुसलाकर कई बार शारीरिक संबंध बनाए और उसे धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। डर के माहौल में रहने के कारण पीड़िता ने लंबे समय तक यह दर्द अपने भीतर छिपाए रखा। कुछ महीनों बाद जब उसकी तबीयत बिगड़ने लगी, तब परिजनों को शक हुआ। मेडिकल जांच करवाई गई तो पता चला कि लड़की गर्भवती है। यह खुलासा पूरे परिवार और गांव के लिए स्तब्ध करने वाला था। जब परिजनों ने उससे सख्ती से पूछा, तब उसने बताया कि गांव के ही दो छात्रों ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया है और उसे डरा-धमकाकर चुप रहने के लिए मजबूर किया था।
परिजनों का आक्रोश और गांव में तनाव
इस घटना के सामने आने के बाद गांव का माहौल तनावपूर्ण हो गया। मंगलवार देर शाम पीड़िता के परिजन जब आरोपियों के घर पहुंचे, तो उन्होंने हंगामा किया और एक आरोपी को पकड़कर उसकी पिटाई की। जानकारी पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करते हुए एक आरोपी को हिरासत में ले लिया। दूसरा आरोपी फरार बताया जा रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि यह घटना बेहद अमानवीय है, और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा अपराध करने की हिम्मत न करे। वहीं, परिवार ने मांग की है कि आरोपी नाबालिग हों या बालिग, कानून के अनुसार कार्रवाई की जाए क्योंकि उन्होंने एक बच्ची की जिंदगी खराब कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा
कांटी थाना पुलिस ने परिजनों के दिए आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। दूसरा आरोपी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। थानाध्यक्ष के अनुसार, पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस घटना के पीछे और कोई व्यक्ति या सहयोगी शामिल था। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि घटना कितने समय से चल रही थी और किन परिस्थितियों में दोनों आरोपी पीड़िता तक पहुंचते थे।
नाबालिग आरोपी और कानूनी पहलू
इस मामले में जो बात सबसे अधिक ध्यान देने योग्य है, वह यह कि दोनों आरोपी भी नाबालिग बताए जा रहे हैं। ऐसे में कानून के अनुसार मामला किशोर न्याय अधिनियम के तहत दर्ज किया जाएगा। हालांकि, यदि जांच में यह पाया जाता है कि अपराध बेहद गंभीर प्रकृति का है, तो अदालत आरोपी को वयस्क की तरह ट्रायल में पेश करने का निर्णय भी ले सकती है। इसके अलावा, मामला पॉक्सो अधिनियम के तहत भी दर्ज किया गया है, जो बच्चों के साथ यौन शोषण से संबंधित अपराधों के लिए कठोर सजा का प्रावधान करता है। इस कानून के तहत दोषी पाए जाने पर लंबी कैद और आर्थिक दंड दोनों का भी प्रावधान है।
समाज पर प्रभाव और सुरक्षा की चिंता
यह घटना सिर्फ एक परिवार या एक गांव की नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। किशोरों के बढ़ते अपराधों पर अब गंभीरता से सोचने की जरूरत है। तकनीकी सुविधाओं के गलत उपयोग, अभिभावकों की लापरवाही और सामाजिक नैतिकता के अभाव की वजह से बच्चे गलत दिशा में जा रहे हैं। ऐसे मामलों में परिवार, स्कूल और समाज की जिम्मेदारी बनती है कि वे बच्चों को सही मार्गदर्शन दें और समय-समय पर उनके व्यवहार पर नजर रखें। पीड़िता की मानसिक स्थिति को देखते हुए प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं को भी आगे आकर उसे मनोवैज्ञानिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करनी होगी। मुजफ्फरपुर की यह घटना एक बार फिर इस बात को उजागर करती है कि नाबालिगों को लेकर अपराध की स्थिति कितनी संवेदनशील हो चुकी है। चार माह की गर्भवती हुई एक बच्ची की यह दर्दनाक कहानी कानून और समाज दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती है। पुलिस की तत्परता से उम्मीद की जा रही है कि फरार आरोपी भी जल्द गिरफ्तार होगा और पीड़िता को न्याय मिलेगा। समाज के लिए भी यह घटना एक सीख है कि बच्चों की सुरक्षा और उनके मानसिक विकास पर ध्यान देना अब सबसे बड़ी आवश्यकता बन गई है।

You may have missed