सरकार के संरक्षण के कारण जिहादियों का गढ़ बना बिहार : विजय सिन्हा

  • सीएम नीतीश कुमार ने जनाधार खो दिया है ऐसे में वह इस्तीफा दें : विजय सिन्हा

पटना। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि बिहार के अंदर पीएफआइ का जाल फैल रहा है। सत्ता पक्ष वोट के लिए बिहार को जेहादियों का गढ़ बना रहा है। सरकारी जमीन पर उनका कब्जा हो रहा है। सिन्हा का सीधा आरोप था कि छोटे-छोटे मंदिरों को मदरसों का रूप दिया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष परिसदन में बातचीत कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि जेहादी और बांग्लादेशी पहले सीमांचल तक ही सीमित थे, लेकिन अब इनकी पहुंच मध्य बिहार तक हो गई है। शासन-प्रशासन का संरक्षण मिलने के कारण इनका मनोबल बढ़ रहा है। सूबे के एक उच्च अधिकारी की मदद से इन्हें हर तरह का संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंनें कहा कि जाति-धर्म के नाम पर अपराधियों को संरक्षित किया जा रहा है। समाज में अराजकता फैलाई जा रही है। श्रद्धा हत्याकांड को लेकर पूरे देश में बवाल मचा है, जबकि उसकी हत्या बंद कमरे में हुई थी। पीरपैंती की नीलम देवी की हत्या खुलेआम की गई। प्राइवेट पार्ट सहित उसके शरीर के 16 जगहों को काटा गया। वही सिन्हा ने कहा कि इसके बावजूद पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी रही। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे अपराधियों को दबाव में आकर पुलिस गिरफ्तार तो करती है, लेकिन साक्ष्यों की कमी का हवाला देकर उचित कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने कहा कि नीलम हत्याकांड का आरोपित शकील मियां सरकारी जमीन पर पहाड़ के निकट बासा बनाए हुए है। वहां अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है। उसके बासे के पास सात पंचायतों का रास्ता है। शकील वहां से गुजरने वाली महिलाओं और बच्चियों को परेशान करता था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस भी उसे संरक्षण देती थी, इस कारण कोई विरोध नहीं कर पाता था। उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग के दो लोगों ने एकचारी थाना में दो गोवध का मामला (53/2022) दर्ज कराया। इस पर पुलिस ने आज तक कोई संज्ञान नहीं लिया। सत्ता में बैठे लोग बहुसंख्यक समाज को डराने के लिए हर तरह से प्रयास कर रहे हैं। प्रशासनिक शिथिलता की वजह से बिहार में जंगलराज के बाद गुंडाराज कायम हो गया है। सुल्तानगंज के अमित कुमार का 11 दिन पहले अपहरण हुआ। पुलिस गंभीर नहीं है। उच्च अधिकारी कह रहे हैं कि उसकी हत्या हो गई है, लेकिन पुलिस शव ढूंढ नहीं पा रही है। पुलिस अपराधियों के बचाव की डायरी तैयार कर रही है। सरकार के 100 दिन में एक हजार से अधिक लोगों को गोली मार दी गई। 100 से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ। अपहरण व लूट की अनगिनत घटनाएं घटीं। नीतीश कुमार अपराध संरक्षित पार्टी की गोद में बैठ गए हैं। उन्होंने जनादेश खो दिया है। सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनाव मैदान में उतरने की चुनौती दी। कहा कि नीतीश सरकार को सात पार्टियों का समर्थन है।

About Post Author

You may have missed