नालंदा में भ्रष्टाचार एवं अफसरशाही के खिलाफ लोजपा (रा) का एक दिवसीय धरना, कार्यकर्ताओं ने जमकर की नारेबाजी

नालंदा। बिहार के नालंदा जिलें में लोजपा रामविलास के द्वारा गुरुवार को बिहारशरीफ के अस्पताल चौक पर नालंदा जिला में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अफसरशाही के खिलाफ एक दिवसीय धरना दिया गया। वही इस धरना की अध्यक्षता पार्टी के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र मुकुट ने किया। जबकि इसका संचालन जिला प्रवक्ता रवि अजगर ने किया। वही इस धरना के माध्यम से नालंदा जिला अधिकारी को प्रतिवेदन सौंपकर भ्रष्टाचार में लिप्त बिचौलियों को सह देने वाले अफसरों पर नियमानुसार कारवाई करने की मांग की गई है।
सीबीआई से जांच कराने की मांग
वही 15 सूत्री मांगों को लेकर लोजपा रामविलास ने जिलाधिकारी को प्रतिवेदन सौंपा है, जिनमें बिहार सरकार के अस्पतालों में आउटसोर्सिंग के माध्यम से अस्पतालों में कार्य करने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटर, गार्ड, सफाई, जनरेटर एवं खाना, आपूर्ति को सरकार द्वारा निर्धारित राशि न देखकर प्रतिमाह एनजीओ द्वारा करोड़ों रुपए का घोटाला की जांच CBI से जांच कराने की मांग की गई है। वहीं शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत BPL परिवार के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने के लिए सरकार द्वारा नालंदा जिला के सैकड़ों स्कूलों को राशि दी गई है। जिसमें बड़े पैमाने पर NGO, मानवोउत्कर्ष संस्था को दी गई राशि करोड़ो रुपए का प्राइवेट स्कूलों द्वारा घोटाला की गई है। इसकी निष्पक्ष जांच CBI से कराने की मांग की गई है।
अफसरशाही से आम जनता परेशान
वही इस मौके पर जिलाध्यक्ष सत्येंद्र मुकुट ने कहा वर्तमान सरकार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। अफसरशाही से आम जनता परेशान है। हर विभाग में लूट-खसोट मचा हुआ है। इन सारी बातों को लेकर आजा एकदिवसीय धरना दिया गया है और 15 सूत्री मांग पत्र जिलाधिकारी समेत बिहार के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं अपर मुख्य सचिव को इसकी प्रतिलिपि दी गई है। वही इस मौके पर संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष रजनीश सिंह, जय प्रकाश पासवान, प्रोफेसर निराला यादव, राज नंदन पासवान, जनार्दन पांडे, सुखदेव यादव, श्रवण पासवान, सूरज चंद्रवंशी, श्रवण, मुकेश पासवान पप्पू पासवान अजय सिंह, अमित पासवान, श्रवण पासवान, राजकुमार, योगेंद्र पासवान समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहें।
