BIG BREAKING: एसएसपी ने दानापुर स्टेशन से सकुशल कार के साथ छात्र को किया बरामद
दीघा थानाक्षेत्र के रामजी चक से कार चालक ने एक छात्र को उठाया
दानापुर / फुलवारी। दानापुर से बडी खबर आ रही है। स्कूल से घर लौट रहे 11 साल के बच्चे ने खेल खेल में कार ढेला चला दिया। बच्चे की इस छोटी सी शरारत से गुस्साए कार सवार बदमाशों ने बच्चे को अगवा कर कार से लेकर भागने लगे। घटना को देख स्थानीय लोगों ने कार का शोर मचाते हुए पीछा करने लगे। इस बीच किसी ने पुलिस को खबर कर दी। बच्चे के अपहरण कर ले भागने की जानकारी जब एसएसपी मनु महाराज को मिली तो वे स्वंय सड़कों पर निकल पड़े। एसएसपी ने दानापुर, रूपसपुर, खगौल समेत आस पास के सभी थानेदारों और डीएसपी को तुरंत बच्चे को बरामद करने का आदेश देते हुए सभी इलाकों में सघन वाहन जांच करने और बैरिकेटिंग कर इलाके को सील करने को कहा। पुलिस कप्तान के मैसेज फ्लैश होते ही पुलिस टीम सक्रिय हो गयी और जिस ओर बच्चे को लेकर भागने की जानकारी मिली उधर पुलिस की गाड़ियां दौड़ने लगी। महज आधे घंटे में ही कार सवार बदमाशों ने सगुना मोड़
के पास पुलिस बैरिकेटिंग देख डर गए और बच्चे को छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद करते हुए उस कार को भी बरामद कर लिए जिससे बच्चे को लेकर अगवा किया गया था। चंद मिनटों में ही एसएसपी मनु महाराज भी सगुना मोड़ पहुंचे और बच्चे को सकुशल बरामद होने पर खुशी जताई और पूरी पुलिस टीम को बधाई दी। एसएसपी ने बच्चे को पुचकारा और उससे बातचीत भी की। एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस को सुचना मिलि कि दिघा से किसी बच्चे का अपहरण कर लिया गया है । उसी सुचना पर पटना पुलिस ने नाकेबंदी किया। सगुना के पास चेकिंग के दौरान अपहरंकर्ता ने बच्चे को छोड दिया और गाडि को दानापुर स्टेशन पर छोड़ दिया। पुलिस ने बच्चे को सगुना मोड़ और गाडी को दानापुर से बरामद कर लिया है। घटना की जानकारी के बाद एसएसपी मनु महाराज भी सगुना मोड़ पहुंचे और बच्चे के सकुसल बरामदगी के लिए अपनी टीम को बधाई दिया। मनु महाराज ने बताया की दीघा के एक निजी विद्यालय का छात्र जिसका नाम सतीश कुमार है की अपहरण कर अपराधी भाग रहे थे जिसकी सूचना रूपसपुर को मिली और उसी सूचना पर नाकेबंदी किया और बच्चे और अपहरण में इस्तेमाल गाडी को बरामद कर लिया है। गाडी के मालिक का पता लगाकर कारवाही की जायेगी। बच्चे के अपहरण का कारण बच्चे द्वारा गाडी पर पत्थर मरना बताया जाता है।