विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने किया हंगामा, बीजेपी ने भी उठाया भ्रष्ट अधिकारियों का मुद्दा

पटना। बिहार के डिप्टी सीएम और वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद सोमवार को लगातार दूसरी बार बिहार का बजट पेश करेंगे। बजट से जनता को काफी उम्मीदे हैं। विपक्ष का कहना है कि अगर बजट अच्छा नहीं होगा तो तेजस्वी यादव के नेतृत्व में हम उसका विरोध करेंगे। वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल के बयान को लेकर हंगामा कर रहा था। पूरक प्रश्नोत्तर काल में सरकार ने माना कि 108 भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मामला लंबित है। इनपर जल्द ही एक्शन के लिए सचिव के साथ बैठक होगी।

बीजेपी ने भी उठाया भ्रष्ट अधिकारियों का मामला

बिहार बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने पूरक प्रश्नोत्तर काल में भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई ना होने का मामला उठाया। इसके जावब में सरकार ने माना की अभी लगभग 108 अधिकारियों के खिलाफ मामला लंबित है। मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सदन में सदस्यों को यह भरोसा दिलाया कि वे मुख्य सचिव स्तर पर जल्द एक बैठक बुलाकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ एक्शन की पहल करेंगे। बजट में कोरोना काल में अस्थिर हुई आर्थिक गतिविधियों को तेज करने पर जोर होगा। इसके अलावा आधारभूत संरचना के विकास एवं रोजगार सृजन पर भी सरकार का फोकस रहेगा।

विधानसभाध्यक्ष बोले- अच्छी बात है सबका संविधान पर विश्वास है

विधानसभा में विपक्ष ने बीजेपी विधायक के बयान पर बहस करने की मांग की है। इसपर विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि ये अच्छी बात है कि सभी की संविधान पर आस्था है। उन्होंने कहा कि इस धरती पर जिसने जन्म लिया है चाहे वो किसी जाति, धर्म का हो, उसका समान अधिकार है। वही बिहार विधानसभा में इस समय प्रश्नकाल चल रहा है। विभिन्न विधायक सरकार से अपने सवाल कर रहे हैं। वहीं बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्ष का हंगामा जारी है। विपक्ष के शोर-शराबे के बीच पूरक प्रश्न पूछे जा रहे हैं। बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल के बयान पर हंगामा हो रहा है। विधानसभाध्यक्ष ने सदस्यों को अपने-अपने स्थान पर वापस जाने को कहा है।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा

बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। अब कुछ देर बाद वित्तीय वर्ष 2022-23 का आर्थिक बजट सदन में पेश किया जाएगा। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया। बताया जा रहा हैं की कोरोना महामारी के बावजूद इस साल का आर्थिक विकास पॉजिटिव रहा है। इसी का नतीजा है कि जहां कई राज्यों की विकास दर निगेटिव रही, वहीं बिहार में इसके अच्छे परिणाम आए। वित्त मंत्री ने बताया कि बिहार की विकास दर 2.5 प्रतिशत पर कायम रही। डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए बताया कि 2020-21 में मत्स्यपालन की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रही।

राज्य को केंद्रीय बजट से हैं काफी उम्मीदें

आगामी वित्तीय वर्ष के लिए नेशनल हेल्थ मिशन से पिछले वर्ष की तुलना में 1100 करोड़ रुपये अधिक मिलने की संभावना है। इसी प्रकार, अन्य मदों में भी राज्य को केंद्रीय बजट से काफी उम्मीदें हैं। पिछले वर्ष राज्य के बजट का आकार 2.18 लाख करोड़ था। वही बजट में तकनीकी शिक्षा के विकास, कौशल विकास, रोजगार सृजन पर जोर दिए जाने की उम्मीद है। आईटीआई और पॉलिटेक्निक को एक साथ कर नए विभाग की घोषणा को लेकर बजटीय प्रावधान किए जाएंगे। वहीं, पॉलिटेक्निक कॉलेजों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किये जाने को लेकर राशि का प्रबंध किया जाएगा।

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