सिकंदरा के रण में मजबूत दिख रहे हैं बंटी चौधरी,एनडीए से सीधी टक्कर,लोजपा-रालोसपा बिगाड़ सकती है खेल

जमुई।जमुई जिले के सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र सिकंदरा से महागठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए मतदाताओं के बीच अपने 5 वर्षों के किए गए विकास तथा सामाजिक कार्यों को लेकर उतरे हुए हैं।सिकंदरा के निवर्तमान विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी अपनी जीत के प्रति आशान्वित हैं।सिकंदरा में उनका मुकाबला राजग उम्मीदवार के तौर पर हम सेकुलर के प्रफुल्ल मांझी से हो रहा है।लोजपा ने सिकंदरा से रविशंकर पासवान को मैदान में उतारा है।वहीं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने नंदलाल रविदास को सिकंदरा विधानसभा से अपना प्रत्याशी बनाया है।सिकंदरा के मदन तांती जन अधिकार पार्टी से मैदान में उतरे हुए हैं।आगामी 28 अक्टूबर को सिकंदरा विधानसभा में चुनाव होना है।ऐसे में वर्तमान राजनीतिक समीकरण पर गौर किया जाए।तो महागठबंधन के उम्मीदवार निवर्तमान विधायक बंटी चौधरी की स्थिति अन्य उम्मीदवारों के अपेक्षा मजबूत दिखाई जान पड़ती है। हालांकि एनडीए प्रत्याशी प्रफुल्ल मांझी भी सिकंदरा में बदलाव सुनिश्चित करने के लिए मेहनत कर रहे हैं।मगर सिकंदरा उनके लिए नया क्षेत्र है।इसलिए उन्हें स्थानीय राजग कार्यकर्ताओं का अपेक्षित सहयोग प्राप्त नहीं हो पा रहा है।इसके बावजूद एनडीए उम्मीदवार प्रफुल्ल मांझी को मोदी ‘मैजिक’ तथा नीतीश ‘करिश्मा’ के बदौलत जीत का उम्मीद है। सिकंदरा के राजनीतिक धरातल में सभी पार्टी के उम्मीदवार अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए मतदाताओं को अपने प्रभाव में लाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।कांग्रेस प्रत्याशी बंटी चौधरी पिछले 5 वर्षों के दौरान क्षेत्र में किए गए विकास कार्य तथा क्षेत्र की जनता के किए गए सेवा का हिसाब लेकर मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने में जुटे हुए हैं।बंटी चौधरी के समर्थकों का मानना है कि पिछले 5 वर्षों के दौरान बंटी चौधरी ने सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र में सिर्फ विकास कार्यों में नहीं बल्कि सामाजिक कार्यों में भी विशेष उपलब्धि हासिल की है। सिकंदरा की जनता बंटी चौधरी के सेवा भाव को देखकर उन्हें दोबारा अपना प्रतिनिधि चुन सकती है।मगर एनडीए उम्मीदवार प्रफुल्ल मांझी सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार बंटी चौधरी को पटखनी देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा किए गए विकास कार्यों की पटकथा आम मतदाताओं को समझाने में लगे हुए हैं।एनडीए के उम्मीदवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रवाद तथा अन्य राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर भी आम जनता के बीच अपनी गोलबंदी करने का प्रयास कर रहे हैं। सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र से लोजपा उम्मीदवार रवि शंकर पासवान तथा रालोसपा उम्मीदवार नंदलाल रविदास भी आम मतदाताओं के बीच अपनी पैठ जमाने मैं लगे हुए हैं।इधर जन अधिकार पार्टी के उम्मीदवार मदन तांती भी मुकाबले को रोचक बनाने का प्रयास कर रहे हैं।सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र की जनता के मिजाज को समझने का प्रयास किया जाए।तो फिलहाल यही प्रतीत होता है कि बंटी चौधरी को सिकंदरा के अधिकांश मतदाता दोबारा मौका देने का मूड बना चुके हैं।हालांकि छोटे दलों के प्रत्याशी खेल बिगाड़ भी सकते हैं।मगर कांग्रेस उम्मीदवार बंटी चौधरी को राजद तथा वामपंथी दलों के आधार वोट का जबरदस्त समर्थन प्राप्त होने के कारण सिकंदरा के अखाड़े में बंटी चौधरी की स्थिति मजबूत दिख रही है।सिकंदरा का तख्त किस पार्टी के उम्मीदवार को मिलता है।यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा है।मगर आगामी 28 अक्टूबर को होने वाले मतदान को लेकर सभी दल- गठबंधन के उम्मीदवार अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अंतिम दांव लगा रहे हैं।

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