शराबबंदी कानून दलितों व चौकीदारों के पेट और भविष्य पर कुठाराघात : LJP (R)

पटना। लोजपा (रामविलास) के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यानंद शर्मा एवं युवा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि शराबबंदी कानून दलितों, चौकीदारों के पेट और भविष्य दोनों पर कुठाराघात कर रहा है। इसमें सुधार करने की जरूरत है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान शराबबंदी कानून का समर्थक है, लेकिन जिस ढंग से शराबबंदी कानून के नाम पर दलितों का दोहन हो रहा है, इसका पार्टी विरोध करती है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि चौकीदार को शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए सबसे पहला जिम्मेवार बताया गया है। सभी जानते हैं कि आज भी 90% चौकीदार दलित समुदाय के हैं, गरीब हैं। कहा गया है कि जिस चौकीदार के इलाके में शराब का धंधेबाजी होगा, वहां के चौकीदार की सेवा समाप्त कर दिया जायेगा, लेकिन नीतीश सरकार ने निर्णय लेते समय यह नहीं सोचा कि चौकीदार छोटा कर्मचारी है। उक्त नेताओं ने कहा कि यदि चौकीदार शराब माफियों के सम्बन्ध में कोई सूचना थाना को देगा तो थाना द्वारा शराब माफियों को बता दिया जाता है कि किस चौकीदार ने क्या सूचना दिया, फिर शराब माफियों के द्वारा चौकीदार पर हमला होगा। इस पर सरकार को गम्भीरता से विचार करना चाहिए। आगे कहा कि शराबबंदी कानून अच्छा है। राज्य, समाज और जनहित में है, लेकिन इस कानून के खामियों के कारण गरीब, दलित, चौकीदार और छोटे कर्मचारी के पेट और भविष्य पर कोई लात मारे इसका लोजपा (रामविलास) न सिर्फ विरोध करेगी बल्कि आवश्यकता हुई तो विद्रोह भी करेगी।
