अपनी बात कहने से पहले लोगों की सुनें : आरसीपी

  • राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष का पार्टी के 13 प्रकोष्ठों से संवाद

पटना। जदयू मुख्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह एवं प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पार्टी के कुल 13 प्रकोष्ठों से संवाद किया। संवाद के दौरान प्रकोष्ठों के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों ने बारी-बारी से अपने संगठन विस्तार की अद्यतन जानकारी दी और साथ ही भावी कार्यक्रमों की रूप-रेखा साझा कर आवश्यक निर्देश प्राप्त किए।
संवाद के क्रम में आरसीपी सिंह ने प्रकोष्ठों से कहा कि अपनी बात कहने से पहले लोगों की सुनें। नीचे तक जाएं, सबको बोलने का मौका दें और जानने की कोशिश करें कि वे क्या चाहते हैं। खासकर नौजवान से संवाद स्थापित कर जानें कि वे क्या सोच रहें है और उनके लिए संभावनाओं के कौन-से नए द्वार खोले जा सकते हैं। श्री सिंह ने कहा कि हमारा अंतिम उद्देश्य जनसेवा है और सेवा में राजनीति नहीं होती। सेवा का कार्य जाति, धर्म, क्षेत्र, लिंग और दलगत सीमाओं से ऊपर उठकर करना चाहिए। आप बस अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करें। ध्यान रहे कि किसी को किसी भी परिस्थिति में गलत आश्वासन न दें। इससे आपकी विश्वसनीयता और पार्टी की छवि दोनों प्रभावित होगी।
श्री सिंह ने चिकित्सा प्रकोष्ठ से कहा कि कोरोना को लेकर लोगों को जागरुक करने का कार्य करें। बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर शिक्षा प्रकोष्ठ से उन्होंने आॅनलाइन शिक्षा को सुलभ बनाने का प्रयत्न करने को कहा। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ को उन्होंने निर्देश दिया कि कला, संस्कृति और साहित्य के क्षेत्र में बिहार के जितने आइकॉन हैं उनसे संपर्क और संवाद स्थापित करें। खेलकूद प्रकोष्ठ से बिहार की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने को कहा। वहीं उद्योग प्रकोष्ठ से कहा कि बिहार में उद्योगों के विकास से जुड़ी संभावनाओं पर कार्य करें। व्यावसायिक और ट्रेडर्स प्रकोष्ठ से उन्होंने पंचायत तक अपनी जड़ें मजबूत करने को कहा। तकनीकी, श्रमिक, जलश्रमिक एवं सहकारिता प्रकोष्ठ को उन्होंने कहा कि अपने विस्तार के लिए नए-नए क्षेत्रों की तलाश करें। एनआरआई प्रकोष्ठ से उन्होंने कहा कि लोगों को जोड़कर बैठक का आयोजन करें। वहीं, सेवादल प्रकोष्ठ से उन्होंने कहा कि अपने काम से प्रकोष्ठ का नाम सार्थक करें।

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