‘रामचरितमानस’ की तुलना पोटेशियम साइनाइड से करना शर्मनाक, चिराग बोले- नई पीढ़ी के मन में जहर घोल रहे है शिक्षा मंत्री

पटना। लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय चिराग पासवान जी ने शिक्षा मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री की भूमिका बिहार मंक शिक्षा में सुधार को लेकर है या छात्रों में बंटवारे को लेकर है? शिक्षा मंत्री द्वारा ‘रामचरितमानस’ की तुलना पोटेशियम साइनाइड से करने पर चिराग पासवान ने कहा कि वह नई पीढ़ी के मन में जहर घोल रहे हैं, समाज में जहर घोल रहे हैं और समाज में बंटवारे की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा की शिक्षा मंत्री को शर्म आना चाहिए ऐसे बयान देने पर। वे शिक्षा मंत्री के पद पर हैं, लेकिन ऐसे जहरीले बयान दे रहे हैं। आगे चिराग ने कहा कि शिक्षा मंत्री को पोटेशियम साइनाइड का मतलब पता है क्या उनसे पूछिए पोटेशियम साइनाइड का फार्मूला क्या है? उन्हें इस बात का जरा सा भी ज्ञान नहीं है, उन्होंने बस कहीं से सुन लिया और अब अर्नगल बयान दे रहे हैं। पोटेशियम साइनाइड एक जहर है जिसे चंद सेकेंड में किसी की मौत हो सकती है। आगे चिराग ने कहा कि आपको जिसे भी महान बताना है आप बताइए मगर आप किसी भी धर्म के ऊपर इस तरह की विवादित टिप्पणी न करें। वही इस मामले पर राजद और जदयू को अपना स्टैंड क्लियर रखना चाहिए अगर वह मौन रहते हैं तो इसका मतलब है कि पीछे से वह भी ऐसे बयान देने को लेकर शिक्षा मंत्री का समर्थन कर रहे हैं। इसके अलावे चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार में हर दिन अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन है, राजधानी पटना में पिछले 30 दिनों में 30 हत्या हुई यह बात पटना SSP ने खुद कहा है। आप सोचिए कि बिहार में हर दिन कितनी घटनाएं हो रही है, मुख्यमंत्री के पास इतना समय नहीं है तो किसी पीड़ित परिवार से जाकर मिले, लेकिन उनके मंत्री धर्म को लेकर लगातार विवादित बयान दे रहे हैं।