रेलवे की आय बढ़ाने व व्यापारियों को विशेष सुविधा देने के उद्देश्य से माल प्रोत्साहन योजना की हुई शुरूआत

समस्तीपुर। जिले में रेलवे ने अपनी आय को बढ़ाने और व्यापारियों को रेल सेवा की ओर आकृष्ट करने के उद्देश्य से रेल प्रशासन द्वारा माल प्रोत्साहन योजना में परिवर्तन करने का निर्णय लिया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य व्यापारियों को छूट प्रदान करना बताया गया ताकि वे अपने माल को गंतव्य स्थान पर भेजने के लिये अधिक से अधिक रेल यातायात का प्रयोग करें। इस कार्य के लिये रेलवे द्वारा व्यस्त समय अर्थात आगामी एक अक्टूबर से 30 जून तक की अवधि में 15 प्रतिशत की दर से लेने वाले अतिरिक्त प्रभार को अगले आदेश तक स्थगित कर दी। इस संबंध में एसीएम नरेंद्र कुमार ने कहा कि रेलवे की आय बढ़ाने एवं व्यापारियों को विशेष सुविधा देने के उद्देश्य से माल प्रोत्साहन योजना की शुरूआत रेलवे द्वारा की गयी है ताकि व्यापारी व व्यवसायी अधिक से अधिक रेलवे यातायात का उपयोग कर सकें। वहीं रेलवे में आगमी एक अक्टूबर से तीस जून तक की अवधि अधिक व्यस्त मानी जाती है। इसमें 15 प्रतिशत की दर से लेने वाले अतिरिक्त प्रभार को अगले आदेश तक स्थगित कर दी गयी वहीं छोटे साइट के कारगो की लोडिंग बढ़ाने तथा सीमेंट, स्टील, अनाज एवं खाद की लोडिंग में मदद करने के उद्ेश्य से मिनी एवं टू प्वाईन्ट रेक पर लागू पूरक प्रभार डीएस में पांच प्रतिशत की छूट देने की निर्णय ली गयी है। रेलवे में कम दूरी के लिये कन्टेनर यातायात काफी कम हंै तथा कम दूरी के लिये हॉलेज चार्ज 0-50 किमी की दूरी स्लैब के अनुसार वसूल की जाती है। रेलवे की प्रोत्साहन नीति से व्यापारियों को काफी मदद मिलेगी। इसके लिये अब छोटी दूरी के लिये भी कन्टेनर सर्विस उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 50 किमी की कम दूरी वाले कन्टेनर यातायात के लिये राउंड ट्रीप चार्जिंग की योजना शुरू कर दी गयी। जहां से इसमें अब 0-50 किमी की दूरी के लिये अलग-अलग प्रभार नहीं लिये जायेंगे। अब 0-100 किमी दूरी स्लैब के अनुसार कुल वास्तविक दूरी के लिये प्रभार वसूल किये जायेंगें। ऐसा करने से व्यापारियों को लगभग प्रभार की रूप में लगने वाले लागत में 35 प्रतिशत की बचत होगी।

About Post Author

You may have missed