बिहार में भ्रष्टाचार व अफसरों की मनमानी से जनता परेशान, पीके ने कहा- लोगों की समस्या से बेखबर होकर विपक्षी एकता पर फोकस कर रहे नीतीश

पटना। जाने-माने चुनावी रणनीतिकार पीके ने एक बार फिर बिहार के नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि सुशासन बाबू के राज में जनता त्रस्त हैं। उन्होंने कहा की जब तक बिहार को सुधारने की योजना नहीं बनेगी तब तक बिहार में विकास नहीं हो सकता। पीके ने कहा की जनता की समस्या से बेखबर बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता पर फोकस कर रहे हैं। इसको लेकर 23 जून को राजधानी पटना में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है। इतना ही नहीं बिहार की आम जनता भ्रष्टाचार और अफसरों की मनमानी से भी त्रस्त है, लेकिन नीतीश कुमार को तो सिर्फ विपक्षी एकता की फिक्र है। वही पीके ने साफ तौर से कहा कि बिहार में 3 चीजों से जनता त्राहिमाम है। पहला अफसरों की मनमानी, दूसरा सरकारी विभागों में फैला भ्रष्टाचार और तीसरा सरकारी योजनाओं में दलाली। ये 3 समस्या हर पंचायत, हर गांव में है। समाज का हर वर्ग इससे प्रभावित है। गरीब, अमीर, जनप्रतिनिधि सहित तमाम लोग। पीके ने कहा की अच्छे लोग चुनकर आगे आएं, उनके पास बिहार को सुधारने के लिए एक सोची-समझी योजना भी होनी चाहिए। ये योजना अफसरों की बनाई हुई नहीं होनी चाहिए। बिहार के लोगों और समाज के हर एक तबके को समझकर जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण उद्योग, शहरीकरण सहित अन्य मुद्दों पर ग्रामीणों से बात कर और बुद्धिजीवियों से चर्चा करके एक योजना बने ताकि बिहार को भी समृद्ध राज्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा की बिहार में 27 से ज्यादा मुख्यमंत्री बने, उससे तो बिहार नहीं सुधरा, क्योंकि जब तक समाज में स्वचेतना नहीं आएगी, अपने और अपने बच्चों के भविष्य को लेकर लोग नहीं सोचेंगे, अच्छे लोगों का चुनाव नहीं होगा और जो लोग चुनकर आ रहे हैं उनके पास बिहार को सुधारने की योजना नहीं होगी, तब तक बिहार को नहीं सुधारा जा सकता।

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