बैंकों के निजीकरण से युवाओं को होगा नुकसान : ज्ञान रंजन

पटना। बिहार कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण का फैसला किसी भी प्रकार से देशहित में नहीं है। आर्थिक विकास में पीएसबी की अहम भूमिका है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक देश के आर्थिक विकास में उत्प्रेरक का काम करते हैं। इनकी कृषि, छोटे कारोबार, लघु व्यवसाय, परिवहन और समाज के पिछड़े एवं कमजोर वर्गों के उत्थान में अहम भूमिका रही है। ऐसे में सरकार का निजीकरण का यह फैसला किसी भी प्रकार से देशहित में नहीं है।
ज्ञान रंजन ने कहा कि सरकारी बैंकों का निजीकरण होने से युवाओं को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। नौकरी में आरक्षण खत्म हो जाएगा। दिव्यांग युवाओं को बैंक में नौकरी नहीं मिलेगी। जरूरतमंद लोगों को बैंक से बाहर कर दिया जाएगा और अमीर लोगों को ज्यादा सेवाएं दी जाएंगी। इसके अलावा सरकारी बैंकों से जुड़ी जरूरतमंद परिवारों के लिए चलाई जा रही योजनाएं भी बंद हो जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी बैंकों में जनता का पैसा सुरक्षित रहता है, लेकिन निजी बैंकों में पैसों की कोई जिम्मेदारी नहीं होती है। निजी बैंकों का लक्ष्य मात्र लाभ कमाना ही होता होता है। ऐसे में यूनाइटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियन की मांगें पूरी तरह से जायज हैं।
