January 1, 2026

नववर्ष पर महावीर मंदिर में होगी विशेष तैयारी: नैवेद्यम के लगेंगे अतिरिक्त काउंटर, इस्कॉन मंदिर में भी होगा खास इंतजाम

पटना। नए साल 2026 के स्वागत को लेकर राजधानी पटना में धार्मिक उत्साह देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर लोग पिकनिक, पर्यटन और आपसी मिलन की योजना बना रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में श्रद्धालु नववर्ष की शुरुआत भगवान के दर्शन और पूजा-अर्चना से करना चाहते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पटना के प्रमुख मंदिरों में व्यापक और विशेष तैयारियां की गई हैं। महावीर मंदिर, इस्कॉन मंदिर और सिद्धेश्वरी काली मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और धार्मिक आयोजनों को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं।
महावीर मंदिर में उमड़ेगी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में नववर्ष के अवसर पर विशेष धार्मिक आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गई है। मंदिर प्रबंधन के अनुसार इस बार नए साल पर करीब तीन लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संभावना है। इसी को देखते हुए मंदिर परिसर में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। नए साल के दिन सुबह पांच बजे पहली आरती के साथ मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके बाद दिन भर तय समय पर आरती और पूजा होती रहेगी।
आरती, भोग और दर्शन का समय
महावीर मंदिर प्रशासन ने नववर्ष के दिन की पूजा व्यवस्था का पूरा कार्यक्रम तय कर लिया है। सुबह पांच बजे आरती के बाद 11 बजे दिन की दूसरी आरती होगी। इसके बाद शाम चार बजे भगवान को विशेष भोग अर्पित किया जाएगा। शाम सात बजकर तीस मिनट पर संध्या आरती और रात दस बजकर तीस मिनट पर अंतिम आरती संपन्न होगी। श्रद्धालु रात ग्यारह बजे तक भगवान के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर में देर रात तक भक्तों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त प्रकाश और सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।
नैवेद्यम और प्रसाद की विशेष व्यवस्था
इस बार महावीर मंदिर में करीब 20 हजार किलो नैवेद्यम प्रसाद तैयार किया जाएगा। इसके लिए लगभग 180 कारीगर लगातार काम करेंगे। प्रसाद वितरण को सुचारू बनाने के लिए अतिरिक्त काउंटर लगाए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को लंबी कतारों में खड़ा न रहना पड़े। मंदिर प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं को शीघ्र और व्यवस्थित रूप से प्रसाद उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है।
सजावट और पुजारियों की व्यवस्था
नववर्ष के अवसर पर महावीर मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाएगा। कोलकाता और बेंगलुरु से मंगाए गए फूलों से मंदिर परिसर और गर्भगृह को सजाया जाएगा। भगवान के गर्भगृह में आकर्षक फूलों की मालाओं से भव्य सजावट की जाएगी। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए अयोध्या से दस पुजारियों को आमंत्रित किया गया है। ये पुजारी तीन शिफ्ट में काम करेंगे ताकि पूजा-अर्चना में किसी तरह की अव्यवस्था न हो। महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग पंक्तियां बनाई जाएंगी और जीपीओ गोलंबर से मंदिर तक बैरिकेडिंग की जाएगी।
सुरक्षा और प्रशासनिक इंतजाम
महावीर मंदिर परिसर में भीड़ नियंत्रण के लिए मंदिर के स्वयंसेवकों के साथ-साथ करीब 120 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। मंदिर के बाहर जिला प्रशासन और पुलिस की विशेष टीमें भी मौजूद रहेंगी। इसके अलावा मंदिर के तीनों शिखरों को आकर्षक रोशनी से सजाया जाएगा, जिससे रात के समय मंदिर का दृश्य और भी भव्य नजर आएगा।
इस्कॉन मंदिर में भी विशेष आयोजन
पटना स्थित इस्कॉन मंदिर में भी नववर्ष को लेकर खास तैयारियां की गई हैं। नए साल के दिन मंदिर सुबह सात बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। यहां दो पाली में पूजा और दर्शन की व्यवस्था होगी। सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक और फिर शाम चार बजे से रात नौ बजे तक श्रद्धालु भगवान के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर को लगभग आठ टन फूलों से सजाया जाएगा। थाईलैंड से जुही, पुणे से गुलाब और कोलकाता व बेंगलुरु से अन्य फूल मंगाए गए हैं।
भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण
इस्कॉन मंदिर में नववर्ष के अवसर पर विशेष भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए वृंदावन और मायापुर से कीर्तन मंडलियों को आमंत्रित किया गया है। भगवान को चटक रंगों के विशेष वस्त्र पहनाए जाएंगे। श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में खीर वितरित की जाएगी। पूरे मंदिर परिसर में भक्तिमय माहौल बनाए रखने के लिए लगातार संकीर्तन चलता रहेगा।
सिद्धेश्वरी काली मंदिर में भव्य भंडारा
पटना के बांस घाट स्थित सिद्धेश्वरी काली मंदिर में भी नववर्ष के अवसर पर विशेष सजावट और आयोजन किए जा रहे हैं। मंदिर के पुजारी सत्येंद्र मिश्रा ने बताया कि नए साल पर माता का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर के पट सुबह पांच बजे खुलेंगे और रात दस बजे तक दर्शन के लिए खुले रहेंगे। कोलकाता से मंगाए गए फूलों से मंदिर को सजाया जाएगा और माता के लिए विशेष रूप से अड़हुल के फूल मंगाए गए हैं।
श्रद्धालुओं के लिए भोजन की व्यवस्था
सिद्धेश्वरी काली मंदिर में शाम के समय भव्य भंडारे का आयोजन किया जाएगा। भंडारे में खीर, पूरी, सब्जी, हलवा सहित अन्य प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किए जाएंगे। मंदिर प्रशासन का कहना है कि नववर्ष के दिन कोई भी श्रद्धालु भूखा न लौटे, यही उनकी भावना है।
धार्मिक माहौल में होगा नववर्ष का स्वागत
पटना के इन प्रमुख मंदिरों में की गई तैयारियां यह दर्शाती हैं कि नववर्ष को लेकर लोगों में गहरी आस्था और उत्साह है। प्रशासन और मंदिर समितियां मिलकर यह सुनिश्चित कर रही हैं कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और आध्यात्मिक अनुभव मिल सके। नववर्ष 2026 का स्वागत पटना में भक्ति, श्रद्धा और उत्सव के माहौल में होने जा रहा है।

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