PATNA : 2024-25 की तैयार में जुटी लोजपा (रा), चिराग ने बनाई ये रणनीति

पटना। लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जी की अध्यक्षता में पटना में बिहार प्रदेश कार्य समिति की विशेष बैठक आयोजित की गई। वही इस बैठक की शुरुआत चिराग ने पार्टी के दिवंगत नेता पद्म भूषण स्व. रामविलास पासवान जी के तैल्यचित्र पर माल्यार्पण करने के उपरांत दीप प्रज्वलित कर किया। वही इस दौरान चिराग ने पार्टी के सभी उपस्थित नेताओं के समक्ष शपथ पत्र पढ़ कर उन्हें पार्टी के सिद्धान्तों और मूल्यों के अनुरूप व्यवहार करने की शपथ दिलाई। वही इस बैठक में 2024-25 के चुनाव के लिए पार्टी की रणनितियों और तैयारियों के साथ कई खास बिन्दुओं पर गहन चर्चा की गई और पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए। वही इस कार्यसमिति की बैठक के दौरान मीडिया से बात करते हुए चिराग ने कहा कि हम अपने संगठन को इतना मजबूत करना चाहते हैं कि हमें किसी के साथ जाने जरूरत नहीं पड़े बल्कि दूसरे लोग हमारे साथ आएं। हमारा उद्देश्य बिहार फ़र्स्ट बिहार फ़र्स्ट के विजन के साथ 13 करोड़ बिहारियों का विश्वास हासिल करना और उनके बेहतरी के लिए कार्य करना है।वही इस दौरान चिराग ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए चिराग ने कहा कि राजनीति में गठबंधन से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण जन समर्थन मायने रखता है। कोई भी गठबंधन अपने साथ उन्हीं को शामिल करता है जिनके साथ जन समर्थन हो और यह कहने की बात नहीं कि पूरा प्रदेश जानता है कि जन समर्थन लोजपा (रा) के साथ है।

वही चिराग ने कहा कि गठबंधन को लेकर चर्चा चल रही हैं और जब तक चर्चा का एक अंतिम स्वरुप नहीं आ जाता, तब तक गठबंधन को लेकर कोई भी बात करना उचित नहीं। गठबंधन का अंतिम स्वरुप होते-होते चुनाव भी समीप होंगे। हम लोगों ने अक्सर देखा है कि किसी भी गठबंधन का अंतिम स्वरुप आखिरी वक्त पर स्पष्ट होता है। वही चिराग ने कहा कि गठबंधन से ज्यादा संगठन मायने रखता है। हम अपनी तैयारी पूरी मजबूत रखना चाहते हैं। संगठन की मजबूती को लेकर पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता प्रतिबद्ध है पार्टी समाज के किसी खास वर्ग और बिहार की आबादी के प्रतिशत में लक्ष्य ना कर पूरे बिहार की 13 करोड़ आबादी को लक्ष्य कर बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट के तहत उनके समेकित विकास का मॉडल तैयार करेगी जिसके तहत बिहार के समावेशी विकास संभव हो पाएगा। नीतीश कुमार से दूरी से जुड़े सवाल के जवाब में चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार से समझौता करना होता तो ऐसा करने के लिए बहुत वक्त था। लेकिन जिसकी वजह से बिहार बर्बादी के कगार पर आकर खड़ा हुआ, जिनकी वजह से बिहार के युवाओं का पलायन बढ़ा, जिनकी वजह से बिहार की शिक्षा व्यवस्था और अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई उसके साथ किसी भी तरह का समझौता संभव ही नहीं है।

वही चिराग ने उस पीड़ा को भी व्यक्त किया जब उनके पिता दिवंगत रामविलास पासवान जी बीमार अवस्था में अस्पताल में भर्ती थे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार उनका हालचाल ले रहे थे लेकिन नीतीश कुमार ने उनकी एक सुध तक नहीं ली। वही बिहार में हो रहे जातीय जनगणना के मुद्दे पर चिराग ने कहा कि पार्टी जातीय जनगणना का समर्थन करती है, लेकिन बात सिर्फ जातियों की ही नहीं होनी चाहिए। वही जातीय जनगणना सिर्फ इसलिए होनी चहिए कि आज भी केंद्र या राज्य सरकार की कई ऐसी नीतियां हैं जो जातियों के आधार पर बनाई जाती हैं। कई बार न्यायालयों के द्वारा भी योजनाओं के आंकड़े मांगे गए हैं वो आंकड़े हैं ही नहीं। आखिरी बार दशकों पहले यह जनगणना हुई थी ऐसे में एक तरफ जहां हमारी पार्टी इसका समर्थन करती है, वही इसके उद्देश्यों के पुरा होने की भी चाहत रखती है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि उक्त बैठक को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी संगठन मंत्री रविंद्र सिंह प्रधान महासचिव संजय पासवान कोषाध्यक्ष सुरेंद्र विवेक और प्रचार प्रसार प्रमुख संजय कुमार सिंह ने संबोधित किया वही बैठक में पार्टी के प्रदेश कार्य समिति के सभी सदस्य सभी प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदेश महासचिव प्रदेश प्रदेश प्रवक्तागण सचिव जिला प्रभारी जिला सह प्रभारी और सभी जिलाध्यक्ष उपस्थित थे।

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