पटना नगर निगम का 1740 करोड़ का बजट पेश : वायु प्रदूषण से निपटने को ले 213 करोड़ होंगे खर्च

* पिछले साल से है 200 करोड़ से अधिक का बजट
* नाली-गली व जीर्ण-शीर्ण योजना, वेंडिंग जोन निर्माण सहित अन्य आधारभूत संरचना पर खर्च होगी राशि


पटना। पटना नगर निगम द्वारा वर्ष 2022-23 का कुल 1740 करोड़ का बजट बुधवार को राजधानी के होटल लेमन ट्री में मेयर सीता साहू एवं नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर की मौजूदगी में पेश किया गया। वायु प्रदूषण पर नगर निगम अगले वित्तीय साल में 213 करोड़ खर्च करेगा। वहीं स्ट्रीट लाइट, नाली-गली व जीर्ण-शीर्ण योजना, वेंडिंग जोन निर्माण सहित अन्य आधारभूत संरचना पर 486 करोड़ एवं ठोस कचरा प्रबंधन पर 214 करोड़ खर्च होंगे। पार्षदों की स्वीकृति के बाद वित्तीय साल 2022-23 के लिए 1740 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ। इस साल का बजट पिछले बजट 2021-22 की अपेक्षा लगभग 200 करोड़ अधिक है। पिछला बजट 1528 करोड़ का था।
नगर निगम के राजस्व के स्रोत
निगम को विभिन्न मदों से 1788 करोड़ राजस्व प्राप्त होने की संभावना है। राजस्व प्राप्ति 995 करोड़ व पूंजीगत प्राप्ति 792 करोड़ है। खर्च में 797 करोड़ राजस्व व 942 करोड़ पूंजीगत भुगतान होगा। इसके अलावा विज्ञापन नीति को अनुमति मिलने के साथ ही राजस्व में वृद्धि होगी।


प्रदूषण पर नियंत्रण को स्वीपिंग मशीन
निगम अगले वित्तीय साल में विभिन्न मदों में कुल 1740 करोड़ खर्च करेगा। प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए 15 करोड़ से स्वीपिंग मशीन की खरीदारी होगी। वहीं जीर्ण-शीर्ण रोड की मरम्मत पर 50 करोड़, स्वीपिंग मशीन के मंटेनेंस पर 18 करोड़, कंपोस्टिंग प्लांट, रीसाइकिलिंग प्लांट्स सहित अन्य मदों में 117 करोड़, कुल 213 करोड़ खर्च होंगे। यह राशि 15वें वित्त आयोग से अनुदान मिलनी है।


पार्षदों में योजना पूरा करने पर 60 करोड़ होंगे खर्च
बजट के मुताबिक, जापानी तकनीक से अधिक आक्सीजन देनेवाले पौधे एक लाख वर्ग फुट क्षेत्र में लगाये जायेंगे। अगले बजट में आधारभूत संरचना के मद में 486 करोड़ खर्च होने हैं। इसमें नाली गली व जीर्ण-शीर्ण योजना पर 173 करोड़ खर्च होंगे। स्ट्रीट लाइट लगाने पर 18 करोड़, पार्षदों में योजना पूरा करने पर 60 करोड़ खर्च होंगे। इसके अलावा वेंडिंग जोन के निर्माण पर 8.65 करोड़, चौक-चौराहे पर फव्वारे के विकास पर 5 करोड़, ठंड में रैन बसेरा के निर्माण पर 1.95 करोड़, रामाचक बैरिया में चहारदिवारी निर्माण पर साढ़े पांच करोड़ सहित अन्य मदों पर खर्च होगा। जल जीवन हरियाली पर 1.50 करोड़, तालाब के जीर्णोद्धार पर 8.80 करोड़ खर्च होना है। शहर की साफ-सफाई से लेकर कचरा प्रबंधन पर 214 करोड़ खर्च होंगे। इसमें रामाचक बैरिया में कचरे के निष्पादन के लिए 31.35 करोड़ खर्च होंगे।

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