पीएम आवास योजना में बिचौलियों की एंट्री, पटना जिला में लाभुकों की राशि हङपी
पटना/बाढ़। गरीबों को आवास मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी का मामला पटना जिला में सामने आया है। जहां एक ओर केंद्र एवं राज्य सरकार सरकारी योजनाओं से बिचौलियों को दूर करने के लिए तरह-तरह की तरकीब ला रही है, वहीं बिचौलिए लाभुकों के राशि हड़पने के लिए अजीबोगरीब तरकीब निकाल रहे हैं। ताजा मामला बाढ़ के पंडारक प्रखंड अंतर्गत चकजलाल पंचायत का है। जहां एक लाभुक की राशि को किसी दूसरे व्यक्ति को दे दिया गया है। इस संबंध में लाभुक ने जिलाधिकारी से मामले की जांच की मांग की है।
भुक्तभोगी लाभुक श्रवण तांती की माने तो 2018-19 में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए चयन किया गया था पर इनकी राशि किसी और को दे दिया गया, वह भी श्रवण तांती के नाम पर। जब जांच टीम आवास की जांच करने गई तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। बताया जाता है कि बाढ़ अनुमंडल के पंडारक प्रखंड में कई ऐसे पंचायत हैं जहां दलालों एवं अधिकारियों की मिलीभगत से इस तरह का खेल खेला जा रहा है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने इस मामले पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। वहीं दूसरी ओर भुक्तभोगी श्रवण तांती ने पटना जिलाधिकारी से प्रधानमंत्री आवास योजना में बृहद पैमाने पर की गई राशि की गड़बड़ी मामले की जांच की मांग की है।
बता दें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों, मजदूरों को आवास बनाने के लिए राशि मिलती है ताकि हर व्यक्ति पक्के मकान में रहे और वह न्यू इंडिया के हिस्सा बने। इस बार भी आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूरे देश में 1.95 करोड़ घर 2022 तक बनाने का लक्ष्य रखा है। बहरहाल जिस तरीके से पीएम आवास योजना में राशि की सेंधमारी हो रही है। इस पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है। अब देखना है कि सरकार लाभुकों के हित के लिए क्या कदम उठाती है।