सहरसा में पीजी की छात्रा ने की आत्महत्या, कमरे में फंदे से लटककर दी जान

सहरसा। बिहार के सहरसा जिले में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां एक पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। यह घटना गुरुवार की सुबह संतनगर वार्ड 19 में स्थित एक किराए के कमरे में हुई। मृतका की पहचान 19 वर्षीय मंजूषा कुमारी के रूप में हुई है, जो बरियाही वार्ड 8 के निवासी ठक्कन राम की बेटी थीं। मंजूषा पिछले तीन महीनों से मकान मालिक माधव गुप्ता के यहां किराएदार के रूप में रह रही थी। घटना का पता तब चला जब पड़ोसी किरायेदार ने सुबह देखा कि मंजूषा के कमरे से कोई हलचल नहीं हो रही है और कमरा अंदर से बंद है। इसके बाद मकान मालिक ने तुरंत सदर थाने की पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया और मंजूषा के शव को बरामद किया। मंजूषा ने फंदे से लटककर अपनी जान ले ली थी। मंजूषा की भाभी सुलेखा देवी ने बताया कि मंजूषा पीजी की पढ़ाई कर रही थी, लेकिन उसने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया, यह समझ से परे है। परिवार के लोग इस घटना से सदमे में हैं और उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं है कि मंजूषा ने ऐसा कदम क्यों उठाया। सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार और सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। फॉरेंसिक टीम ने मौके का निरीक्षण किया है और पुलिस मामले के सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि मंजूषा के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे उसकी आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। यह घटना पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। स्थानीय लोग और परिवार के सदस्य इस दुखद घटना से हतप्रभ हैं। मंजूषा के परिवार वाले उसकी मौत के कारणों को जानने के लिए बेचैन हैं और पुलिस से त्वरित जांच की मांग कर रहे हैं। इस तरह की घटनाएं समाज के लिए चिंता का विषय हैं। युवाओं में बढ़ती मानसिक तनाव और अवसाद की समस्या को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। परिवार और शैक्षणिक संस्थानों को युवाओं की मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को समझने और उन्हें सही मार्गदर्शन देने की जरूरत है। इसके साथ ही, ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए सामाजिक जागरूकता बढ़ाने की भी आवश्यकता है।

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