शीत लहर के बीच बदला पटना का मौसम : धूप खिलने पर लोगों ने की मस्ती, शाम ढलते ही ठंडी हवाओं के साथ ठंड का दौर शुरू

पटना,फुलवारीशरीफ। राजधानी पटना का मौसम का मिजाज का अचानक बदला-बदला सा नजर आया 14 जनवरी को पटना में सुबह-सबह अचानक खिली धूप के लोगों के चेहरे खिल उठे दिन भर तेज धूप में लोगों ने खूब मस्ती की और बदले मौसम का आनंद उठाया। वही शाम ढलने के साथ ही ठंडी हवाओं के झोंको ने फिर से मौसम का मिजाज ठंडा कर दिया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आम लोगों को ऐसे मौसम में विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। अन्यथा बीमार पड़ सकते हैं या ठंड लगने से बड़ी अनहोनी का शिकार हो सकते हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक राजधानी पटना समेत पूरे बिहार के अधिकांश जिलों में दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। वहीं न्यूनतम तापमान भी ऊपर चढ़कर 8 से 9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं अधिकतम तापमान 19 से 22 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी लोगों को ठंड से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। अचानक मौसम के बदले मिजाज से कई तरह से लोग बीमार हो सकते हैं। ऐसे में दिन में भी रात के लोगों को ठंड से बचने के लिए गर्म वस्त्र पहने होंगे। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अचानक मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं की अभी ठंड पूरी तरह से जाने वाली नहीं है। आमतौर पर अगले कुछ दिनों में दिन के तापमान में धूप के चलते थोड़ी राहत मिलेगी। जबकि रात में सर्द हवाओं के थपेड़ों से लोगों को ठंड का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में पुरे राज्य में दिन का औसत तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच और रात का तापमान 8 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। विभिन्न संख्यात्मक मॉडल के विश्लेषण के अनुसार इस स्थिति में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। 16 जनवरी से 18 जनवरी के बीच दिन और रात के समय के तापमान में गिरावट आने की संभावना है।

जिससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में शीत लहर की स्थिति पैदा हो सकती है। प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर औसत न्यूनतम तापमान अपने वर्तमान स्तर से गिर कर 4 से 6 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। जबकि मौजूदा अधिकतम तापमान गिर कर 14 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। तापमान मैं इस बड़ी गिरावट के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर या शीत दिवस की स्थिति 20 जनवरी तक बनी रहेगी। विशेषकर राज्य के मध्य तथा दक्षिणी भागों में हवा चलने के कारण ठंड ज्यादा महसूस होगा एवं इसका प्रभाव दर्ज न्यूनतम तापमान से भी ज्यादा होगा। शीत लहर का यह दौर ठंडी आर्कटिक उत्तर-पश्चिमी जेट स्ट्रीम के संचलन से जुड़ा है। जो उत्तर भारत से होकर गुजर रहा है। शीतलहर के इस दौर का मुख्य प्रभाव मनुष्य, घरेलु पशु और कुछ खड़ी फसलों पर महसूस किया जाएगा। समय में धूप खिलने से लोगों को ठंड से बड़ी राहत मिली है वहीं शाम में सर्द हवाओं के थपेड़ों से जनजीवन फिर से ठंडा हो जा रहा है।

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