खुलासा:-पार्टनर नहीं प्रतिद्वंद्वी ने सुपारी देकर करवाई देवराज की हत्या ! 30 मिनट में शूटर पहुंच गये भोजपुर

>> एक शूटर पटना ज़िले के जिसने गोली मारने के बाद क्षेत्रिय भाषा में किया गाली-गलौज
>> अपराधियों के बहुत सारे साक्ष्य पुलिस को लगे हाथ , सीसीटीवी से लेकर मोबाइल लोकेशन और संरक्षणकर्ता का चल गया पता
>> भगवान के घर देर है अंधेर नहीं ,पुलिस की जांच पर है पुरा भरोसा, क़ानून देगी सजा – पीड़ित परिवार

पटना (रवीश कुमार मणि)। किसी भी कारोबारी की हत्या के पीछे कारण स्पष्ट होता है , पार्टनर हत्या कराता है या प्रतिद्वंद्वी । बालू कारोबारी देवराज उर्फ़ लालू का अपने किसी पार्टनर से रूपये को लेकर कोई मतभेद नहीं था । देवराज के परिवार ने जैसे ही यह बयान दिया पुलिस की जांच प्रतिद्वंद्वी की ओर शुरू हों गयी । जैसे- जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है बालू कारोबारी देवराज उर्फ़ लालू की हत्या की परत दर परत खुलती जा रही है । प्रतिद्वंद्वी ने सुपारी देकर देवराज की हत्या कराया ऐसा मुहर लगता दिख रहा है । हत्या में एक शूटर पटना ज़िले का था जो देवराज को गोली मारने के बाद ग़ुस्से में क्षेत्रीय भाषा में गाली-गलौज कर रहा था । घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी 30 मिनट के अंदर भोजपुर पहुंच गये । वरीय पुलिस अधिकारियों की मानें तो घटना में शामिल अपराधी जल्द ही पुलिस के गिरफ़्त में होंगे ।

शूटरों ने ग़ुस्से में आकर दागी 9 गोलियां

बालू कारोबारी देवराज उर्फ़ लालू के हत्या के पूर्व दो स्कॉर्पियो से रेकी की गई । पहले काले रंग की स्कॉर्पियो सैयदाबाद की ओर से आती है , कनपा पुल पर रूकती हैं । देवराज के स्टाफ़ जाकर उक्त स्कॉर्पियो पर नज़र डालते हैं तो उसमें बैठे लोग दिख जाते है । काले रंग का स्कॉर्पियो तेज गति से नेशनल हाइवे बिक्रम की ओर निकल जाती है । कुछ देर में सफ़ेद स्कॉर्पियो सैयदाबाद की ओर से आती है , कनपा पुल पर रूकती है । देवराज के स्टाफ़ उस स्कॉर्पियो का भी निगरानी करते हैं तो वह सफ़ेद दूसरी स्कॉर्पियो भी बिक्रम नेशनल हाइवे की ओर चली जाती है । तीसरी स्कॉर्पियो भी सैयदाबाद की ओर से ही आती है रानीतलाब थाना से थोड़ी दूर जाती है और यूटर्न कर कनपा पुल पर पार्क होती है । उस समय देवराज के स्टाफ़ किसी कारण से अलग हो जाते है । देवराज अपने मित्र पार्टनर और दो के साथ जैसे ही पार्क स्कॉर्पियो से आगे निकलते हैं की स्कॉर्पियो में बैठे अपराधी निकलते हैं पीछे से सिर में गोली मार देता है । स्कॉर्पियो में से तीन और अपराधी निकलते हैं और ग़ुस्से में आकर 9 गोलियों से छलनी कर देते है । शूटर जब पुरी तरह से कंफर्म हो जाते हैं की देवराज मर गया है तब उसी में शामिल अपराधी क्षेत्रीय भाषा में गाली-गलौज करता है और स्कॉर्पियो पर सवार हो फ़रार हो जाते है । इससे स्पष्ट होता है की घटना में शामिल एक अपराधी पटना ज़िले का रहा है । देवराज के थाना जाने और लौटने में क़रीब एक घंटा का लगता है इसी क्रम में तीनों स्कॉर्पियो सैयदाबाद की ओर से आती है । इससे स्पष्ट होता है की सभी अपराधियों का ठिकाना सैयदाबाद की ओर का है ।

सीसीटीवी से लेकर मोबाइल लोकेशन व संरक्षणकर्ता का पता

जैसा की स्पष्ट हो चुका है की घटना में रेकी कर रहे दो स्कॉर्पियो एवं घटना में शामिल स्कॉर्पियो, तीनों स्कॉर्पियो सैयदाबाद की ओर से आती है । एक घंटे अंदर तीनों स्कॉर्पियो का सैयदाबाद की ओर से आना स्पष्ट करता है की अपराधियों का ठिकाना कनपा – सैयदाबाद- महबलीपुर- पालीगंज के बीच में है और इसी इलाक़े का कोई न कोई अपराधियों को संरक्षण दिया है । तीनों स्कॉर्पियो सीसीटीवी में क़ैद है । इसकी स्पष्ट फ़ुटेज पुलिस को हाथ लग गई है । घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी जो आख़िरी स्कॉर्पियो से भागे है वह बिक्रम नेशनल हाइवे से बिक्रम शहीद चौक पहुंचती है फिर करसा रोड होते हुए बजीरपुर पहुंचती है और नहर पकड़ कर लहलादपुर की ओर चली जाती है और फिर सोन नदी के रास्ते भोजपुर पहुंच जाते है । पुलिस ने अपराधियों के जो मोबाइल टावर लोकेशन निकाला उसमें यह प्रमाणित हो रहा है की शूटर 30 मिनट में नदी के रास्ते भोजपुर पहुंच जाते है । सुत्रों की मानें तो पुलिस की जांच में स्पष्ट हुआ की घटना में शामिल शूटर , लाइनर और संरक्षणकर्ता वाट्सअप से जुड़े थे । सभी का पहचान कर लिया गया है । बस पुलिस गिरफ़्त से थोड़ी दूर है ।

भगवान के घर देर है अंधेर नहीं

बालू कारोबारी देवराज उर्फ़ लालू की हत्या से पुरा परिवार सदमे में है । मृतक के परिजन ने स्पष्ट कर दिया है की पार्टनर में कारोबार को लेकर कोई विवाद नहीं था और न कोई मतभेद था ।सभी का आपसी संबंध बेहतर था । प्रतिद्वंद्वी तो हर कारोबार में होता है ही है । पांच साला बालू मिला है तो ऐसा स्वाभाविक है । पुलिस की जांच में पुरा भरोसा है । देर सही लेकिन हमें निष्पक्ष न्याय चाहिए । क़ानून दोषियों को ज़रूर सजा देगी। भगवान के घर देर है अंधेर नहीं । सांसद राम कृपाल यादव, सांसद मीसा भारती , बिक्रम विधान सभा पूर्व प्रत्याशी अतुल कुमार ने आदी ने भी अपराधियों के गिरफ़्तारी की मांग किया है ।

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