पटना सिटी में मकान मालिक के बेटे ने किया था नाबालिग से दुष्कर्म, 20 वर्ष की सजा और 5 लाख मुआवजा देने का आदेश
पटना सिटी। पटना सिटी के मंगल तालाब के नोनिया टोला में 28 जनवरी 2018 की रात ढाई बजे जब 11 वर्षीय नाबालिग लड़की बाथरूम गई तो मकान मालिक के बेटे ने जबरदस्ती उसे अपने कमरे में ले जाकर मुंह दबा कर उसके साथ दुष्कर्म किया था। उक्त मामले में पटना सिविल कोर्ट स्थित पाक्सो एक्ट की विशेष अदालत ने 11 वर्षीय नाबालिग के साथ रेप करने के जुर्म में मकान मालिक के बेटे को 20 वर्षों की सश्रम कारावास की सजा और एक लाख रुपए का जुर्माना भी सुनाया है। साथ ही पीड़िता को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने का आदेश दिया है। विशेष न्यायाधीश धनंजय कुमार मिश्रा ने मामले में सुनवाई के बाद नोनिया टोला निवासी सन्नी कुमार को आईपीसी की धारा 376 तथा पाक्सो एक्ट की धारा 4 में दोषी करार देने के बाद यह सजा सुनाई है।
मामले के विशेष लोक अभियोजक मोहम्मद गयासुद्दीन ने बताया कि पीड़िता अपने परिवार के साथ पिछले 6 वर्षों से अभियुक्त के घर में किराएदार के रूप में रह रही थी। 28 जनवरी 2018 की रात ढाई बजे जब पीड़िता बाथरूम गई तो सनी ने जबरदस्ती उसे अपने कमरे में ले जाकर मुंह दबा कर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने इस घटना की सूचना अपने माता-पिता को दी।
उधर, सनी के परिवार वालों को भी इस बात का पता चल गया। उन्होंने सनी को वहां से भगा दिया और पीड़िता के माता-पिता को कमरे में बंद कर दिया। दोनों को धमकाने लगे कि यदि पुलिस के पास गए तो इसका अंजाम सही नहीं होगा। लेकिन पीड़िता के पिता ने किसी तरह कमरे का दरवाजा तोड़कर इस घटना की सूचना खाजेकलां थाने में दे दी। उन्होंने मामले की एफआईआर दर्ज करवाई। तब खाजेकलां थाने की पुलिस ने आरोपित सनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अदालत ने अपने निर्णय में पीड़िता को मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव को देने का निर्देश दिया है।