राजगीर में वैशाली फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल भी रहे मौजूद

नालंदा। दो दिवसीय वैशाली फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी का आयोजन राजगीर के नालंदा विश्वविद्यालय में आज से आरंभ हो रहा है। भारतीय संस्कृति संबंध परिषद द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। वहीं, वैशाली फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी में भाग लेने के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आरलेंकर नालंदा यूनिवर्सिटी पहुंच गए है। इधर, देश- विदेश से आए अतिथियों के स्वागत के लिए नालंदा यूनिवर्सिटी पूरी तरह तैयार है। अतिथियों के आवासन की भी अलग व्यवस्था है।? इस अवसर पर प्रियदर्शी दत्ता की पुस्तक का विमोचन भी किया जाएगा। परिषद के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी गौरव वत्स ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, आइसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे सरीखे जैसी हस्तियां शामिल होंगे। कार्यक्रम में नौ देशों के 19 प्रतिनिधि, कई देशों के राजदूत और उच्चायुक्त भी सहभागीय बनेंगे। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गये हैं। बिना अनुमति किसी भी व्यक्ति को विश्वविद्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। वैशाली फेस्टिवल में नेपाल, श्रीलंका, चिली, मिश्र, अर्जेंटीना समेत 9 देशों प्रतिनिधि शामिल होंगे। आइसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि 15 सितंबर नेशनल डेमोक्रेसी दिवस है। भारत जनतांत्रिक परंपराओं की जन्मस्थली और गंगोत्री है। इसी को लेकर यह आयोजन किया गया है। लोकतंत्र की जन्मस्थली वैशाली को लेकर वैश्विक स्तर पर चर्चा और परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर वैश्विक स्तर के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भव्य प्रस्तुति की भी तैयारी की गई है।

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