फुलवारीशरीफ प्रखंड मुख्यालय पर किसानों पैक्स के लोगों ने दिया एक दिवसीय धरना, कहा- शत प्रतिशत उसना धान खरीदने का आदेश वापस ले सरकार

फुलवारीशरीफ, (अजीत)। मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय पर बिहार सरकार के द्वारा शत-प्रतिशत धान खरीदने का आदेश वापस लेने की मांग को लेकर पैक्स अध्यक्षों एवं किसान बंधुओं ने एकदिवसीय धरना दिया। धरना प्रदर्शन कर रहे किसान बंधुओ ने कहा की उसना मिलों की मिलिंग क्षमता का आकलन धान को उबालने और उसे सुखाने की क्षमता के अनुसार किये जाने की आवश्यकता है। क्योंकि उसना चावल तभी तैयार हो पायेगा जितना धान वह प्रतिदिन उबाल और सुखा सकते हैं। पटना जिले के 40% उसना और 60% अरवा चावल लिए जाने का आदेश निर्गत किया जाये। आलमपुर गोंणपुरा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि एक दिवसीय धरना के माध्यम से हम लोग सरकार से कहना चाहते हैं कि हमारी मांगों पर ध्यान दिया जाए और शत प्रतिशत उसना धान खरीदने के आदेश को वापस लिया जाए। उन्होंने बताया की खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में पटना जिले के धान अधिप्राप्ति हेतु निर्धारित लक्ष्य में भारी कटौती एवं शत-प्रतिशत उसना चावल लिए जाने सम्बन्धी आदेश पर पुनर्विचार हेतु धरना के बाद संबंधित अधिकारी को ज्ञापन भी दिया गया है। गौरतलब हो की सरकार के पत्रांक 5248 दिनांक 22-11-2022 के द्वारा पटना जिले में वर्ष 2022-23 के लिए पटना जिले में इस वर्ष के कुल उत्पादन में विगत वर्ष की तुलना में 69052 एमटी धान की अधिक उपज होने के बावजूद विगत वर्ष के पटना जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य 294000 एम०टी० के विरुद्ध 78052 एम.टी. की कटौती करते हुए 215948 एम.टी. निर्धारित की गई है। इससे बहुतायत किसान अपने धान की बिक्री करने से वंचित रह जायेंगे। राज्य के और जिलों में जहाँ इस वर्ष विगत वर्ष की तुलना में धान की अधिक पैदावार हुई है वहां पर सूखाग्रस्त जिले के लक्ष्य से कटौती कर उन जिलों में वृद्धि की गई है। परन्तु पटना और कैमूर न सिर्फ इससे वंचित रह गए हैं, अपितु यहाँ के लक्ष्य में और कटौती कर दी गई है।

About Post Author

You may have missed