लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को लगा बड़ा झटका, केजरीवाल की पार्टी दिल्ली के 7 सीटों पर अकेले लड़ेगी चुनाव

नई दिल्ली। आगमी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी विपक्षी दल एकजुट हो चुके है। मुख्यमंत्री नीतीश इस विपक्षी एकता को लेकर कड़ी मेहनत की। हालांकि, उनकी मेहनत रंग भी लाई 23 जून को पटना में विपक्षी पार्टियों की मुख्यमंत्री नीतीश के मेजबानी में बैठक भी हुई। वही इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित कई नेता पहुंचे थे। परंतु, नीतीश कुमार की यह कोशिश सफल होती नहीं दिख रही है। दरअसल, बता दे की विपक्षी एकता की बैठक में अरविंद केजरीवाल ने अध्यादेश पर समर्थन की मांग की थी। वहीं, समर्थन नहीं मिलने पर आप ने विपक्षी एकता को बड़ा झटका दे दिया है। दरअसल, एक रिपोर्ट के अनुसार, आप ने दिल्ली की 7 लोकसभा सीट पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। बता दे की विपक्षी एकता की बैठक को नजरंदाज करते हुए आप ने बुधवार को कहा कि वह दिल्ली की 7 लोकसभा सीट पर अकेले चुनाव लड़ेगी। वही इस बात की घोषणा आप के महासचिव संदीप पाठक ने दी। उन्होंने कहा कि चुनाव के प्रचार-प्रसार के दौरान वह आम लोगों के बीच अपनी बातों को रखकर कहेंगे कि केंद्र का अध्यादेश उनके खिलाफ है। मिली जानकारी अनुसार, आप नेता संदीप पाठक ने दिल्ली और हरियाणा के नेताओं के साथ बैठक करने के बाद कहा कि भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता की जरूरत है, लेकिन यह कांग्रेस के रवैये पर निर्भर करता है। वहीं, विपक्षी एकता को लेकर हिमाचल प्रदेश के शिमला में होने वाली अगली बैठक में शामिल होने के सवाल पर आप नेता ने कहा कि, इसका फैसला पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल करेंगे।

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