नाभिकीय चिकित्सा विभाग पटना एम्स की टीम ने नौबतपुर में लगाया कैंसर जागरूकता कैम्प, कई लोगों की हुई जांच

फुलवारी शरीफ। पटना के नौबतपुर के साबरचक पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय जीतू चक के प्रांगण में शनिवार को नाभिकीय चिकित्सा विभाग पटना एम्स द्वारा मेडुलरी कैंसर जागरूकता माह के तहत एक दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया। जिसमे थायराइड ग्लैंड में होने वाले मेडुलरी कैंसर के बारे में गांव के लोगों के साथ ही उच्च विद्यालय के शिक्षक व छात्र छात्राओं को बताया गया। एम्स पटना के निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर सौरभ वार्ष्णेय ने बताया कि सही समय पर उचित जांच द्वारा कैंसर की पुष्टि होने पर यथाशीघ्र सर्जरी द्वारा पूर्ण रूप से गले से निकाल देने से मरीजों को पूर्ण रूप से ठीक होने की संभावना रहती है। ऐसे मरीज़ो के शरीर के दूसरे हिस्सों में कैंसर के होने वाले प्रसार की संभावना को भी कम किया जा सकता है। नाभिकीय शिक्षा विभाग के सहायक आचार्य अध्यक्ष तथा थायराइड क्लिनिक (न्यूक्लियर मेडिसिन) के इंचार्ज डॉ पंकज कुमार ने लोगों को मेडुलरी थायराइड कैंसर के प्रति जागरूक रहने को कहा। उन्होंने सचेत करते हुए बताया कि खासकर जिनके परिवार में मेडुलरी थायराइड कैंसर के मरीज हो उन्हें जल्द डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

उन्होंने बताया कि थायराइड में होने वाले अन्य कैंसर की तुलना में मेडुलरी कैंसर के मरीजों की संख्या काफी कम होती है जो केवल एक से दो पर्सेंट तक ही रहती है। उन्होंने आगे बताया फैमिलियर मेडुलरी कैंसर में वंशानुगत होने से उसके प्रसार की संभावना 50% तक बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे केस में आयुर्वेदिक तरीके से जल्द से जल्द बच्चों के थायराइड की जांच करानी चाहिए। जांच के उपरांत आयोडीन व अन्य दवाएं दी जाती है । इस मौके पर विद्यालय के पप्पू कुमार मुखिया अर्चना कुमारी विभाग के टेक्नोलॉजिस्ट अरविंद गुप्ता के साथ ही विभाग के सहायक विकास कुमार व पवन भास्कर मौजूद थे।

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