भारत में कोविड टीकाकरण में एक और हथियार शामिल, 12-18 आयुवर्ग के लिए नोवावैक्स को मिली आपातकालीन मंजूरी

नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान में एक और नाम शामिल होने जा रहा है। जानकरी के मुताबिक, नोवावैक्स को 12-18 आयुवर्ग के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। नोवोवैक्स ने ही मंगलवार को यह घोषणा की। पुणे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में इस वैक्सीन का उत्पादन हुआ है। इसके पूर्व बीते हफ्ते ही देश में 12-14 आयुवर्ग का टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है। नोवावैक्स वैक्सीन को NVX-CoV2373 नाम से भी जाना जाता है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोवोवैक्स का भारत में उत्पादन किया है। 12-18 आयुवर्ग को दी जानी वाली यह देश की पहली प्रोटीन आधारित वैक्सीन है। इसके लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने 12-18 साल के लोगों को आपातकालीन स्थिति में कोवोवैक्स देने के लिए मंजूरी दी है।

इस संबध में नोवावैक्स के प्रोसिडेंट और सीईओ स्टेनली सी एर्क ने कहा की इस आबादी में प्रभाव और सुरक्षा के डेटा को देखते हुए किशोरों में मिली इस पहली मंजूरी पर हमें गर्व है। और हमारी कोविड-19 वैक्सीन 12 साल और इससे ज्यादा उम्र के लोगों में प्रोटीन आधारित वैक्सीन का विकल्प उपलब्ध कराएगी। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने इस वैक्सीन को मिली इस मंजूरी पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा की हमें हमारे देश के किशोरों के लिए प्रोटीन आधारित सुरक्षित कोविड-19 वैक्सीन देने पर गर्व हो रहा है। इसके साथ साथ इसकी सबसे खास बात है कि DCGI ने वयस्कों के लिए दिसंबर में कोवोवैक्स को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। इसके अलावा कोवोवैक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से इमरजेंसी यूज लिस्टिंग में भी जगह मिल चुकी है।