नालंदा में पकड़ा गया पटना का कुख्यात रवि पेशेंट, 3 राज्यों की पुलिस को थी तलाश, हुलिया और ठिकाना बदलने में माहिर

पटना। कुख्यात अपराधी रवि पेशेंट उर्फ रवि गुप्ता को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया गया है। पूरे 27 महीने बाद यह कामयाबी बिहार एसटीएफ की टीम के हाथ लगी। इसे पकड़ने के लिए पिछले 7 दिनों से लगातार एसटीएफ की टीम लगी थी। लगातार इनपुट जुटाने के बाद टीम ने नालंदा के सोहसराय इलाके में इसके ठिकाने पर छापेमारी कर धर दबोचा। शनिवार देर शाम इसकी पुष्टि एसटीएफ की तरफ से की गई। इसकी तलाश बिहार के साथ-साथ झारखंड और वेस्ट बंगाल की पुलिस को थी। बता दें यह कुख्यात आलमगंज थाना के ही सादिकपुर इलाके का रहने वाला है। इसके ऊपर रंगदारी, अपहरण, लूट, डकैती और हत्या के कई आपराधिक मामले तीनों ही राज्यों के थानों में दर्ज हैं। इसके पकड़े जाने की जानकारी एसटीएफ ने झारखंड और बंगाल की पुलिस को दे दिया है।
हुलिया और ठिकाना बदलने में माहिर
मिली जानकारी के अनुसार, कुख्यात अपराधी रवि पेशेंट अपना हुलिया और ठिकाना बदलने में काफी माहिर है। जिस कारण तीनों राज्यों की पुलिस इसे पकड़ नहीं पा रही थी। कुछ महीने पहले इसने रांची को अपना ठिकाना बना रखा था। जब बिहार की एसटीएफ टीम ने कुछ दिनों पहले वहां छापेमारी की थी तो ये उनके पहुंचने से पहले ही फरार हो चुका था। इसके बाद भी एसटीएफ की टीम इसके मूवमेंट को लेकर इनपुट जुटा रही थी।
कोर्ट कैंपस में हो गया था फरार
पटना के आशियाना-दीघा रोड में पंचवटी रत्नालय ज्वेलर्स नाम की ज्वेलरी दुकान में 21 जून 2019 को कुख्यात रवि पेशेंट ने अपने साथियों के साथ दिनदहाड़े धावा बोल दिया था। हथियार के बल पर 5 करोड़ की ज्वेलरी और 13 लाख रुपए कैश लूट लिए थे। इस कांड के 9 दिन बाद ही पटना पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रवि और उसके साथियों को गिरफ्तार किया था। 6 महीने के करीब यह पटना के बेऊर जेल में कैद रहा। उसी बीच इसने जेल से भागने की प्लानिंग दूसरे अपराधी आशीष राय के साथ मिलकर कर लिया था। 18 दिसंबर 2019 को पेशी के लिए बेऊर जेल से पटना सिविल कोर्ट ले जाया गया था। कोर्ट कैंपस में रवि के दूसरे साथी पहले से इसका इंतजार कर रहे थे। बहाना बनाकर रवि पेशेंट टॉयलेट करने गया था। उसी दरम्यान इसके हाथ पहले से मौजूद साथियों के जरिए पिस्टल मिला और फिर सिपाही को सटा कर कोर्ट कैंपस से फरार हो गया था।
फरार होने के बाद तीन बड़ी वारदातों को दिया अंजाम
पटना से फरार होने के बाद रवि पेशेंट पश्चिम बंगाल भाग गया था। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर आसनसोल के गणपति ज्वेलर्स में डकैती की बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद फरवरी 2020 में इसने बोकारो में एक व्यक्ति की हत्या कर दी। पटना के आलमगंज में भी एक शख्स से इसने रंगदारी मांगी थी। अब इसकी नजर नालंदा में एक ज्वेलरी शॉप पर थी। मगर वहां डकैती करने से पहले ही एसटीएफ ने दबोच लिया। इससे पटना के आलमगंज थाना में रखकर पूछताछ चल रही है।

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