Inside report-इस नीतीश सरकार में क्या भूमिका होगी ललन सिंह तथा आरसीपी सिंह की?

पटना।बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार का गठन हो चुका है।विधानसभा का सत्र भी आरंभ हो गया है।सरकार शीघ्र बहुमत भी साबित करेगी। मंत्रिमंडल का गठन भी हो चुका है।ऐसे में एनडीए के अंदर एक नई चर्चा आरंभ हो चुकी है। दरअसल चर्चा इस बात की है की अब तक नीतीश सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले जदयू सांसद ललन सिंह तथा आरसीपी सिंह कि इस सरकार में क्या भूमिका होगी? दरअसल सभी जानते हैं कि जदयू में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद सर्वाधिक ताकतवर समझे जाने वाले मुंगेर सांसद ललन सिंह तथा राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह दोनों की बिहार सरकार में बहुत ‘चलती’ थी।मगर इस बार कि सरकार में जदयू के विधायक भाजपा के अपेक्षाकृत कम है।जिस कारण अब प्रदेश सरकार में सिर्फ जदयू का हावी हो पाना संभव नहीं दिखता है।एनडीए सूत्रों के अनुसार 2005 से लेकर 2020 तक महागठबंधन के ढाई वर्षो के कार्यकाल को हटाने के बाद जिन साढे 12 वर्षों की अवधि तक भाजपा जदयू ने मिलकर बिहार में शासन किया है।उस दौरान प्रशासन से लेकर मुख्य सचिवालय तक भाजपा का कम जदयू का अधिक दबदबा कायम रहता था।प्रशासन में तो भाजपा का प्रभाव एक तरह से नगण्य ही था।मगर अब सरकार के हालात बदले हैं।कल तक जिस नीतीश सरकार में भाजपा कोटे के मंत्री भी अपने विभाग के प्रधान सचिव से प्रभाव में पिछड़ जाते थे।अब शायद नई व्यवस्था में जदयू के मंत्रियों के समक्ष यह आफत आ सकती है।दरअसल 243 सीटों वाले विधानसभा में जहां भाजपा के 75 सीटें हैं,वहीं जदयू के पास 43 सीटें हैं। ऐसे में पहले की तरह सरकार के संचालन में जदयू की ‘मोनोपली’ कायम नहीं रह पाएगी।इन्हीं तथ्यों को लेकर चर्चाएं आम हो गई है कि नई सरकार में नीतीश सरकार के पुराने नंबर 2 माने जाने वाले सांसद ललन सिंह तथा आरसीपी सिंह की क्या भूमिका होगी।

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