नीतीश कुमार ने महात्मा फूले की सोच को बिहार में पहनाया अमलीजामा : RCP
- जदयू मुख्यालय में ज्योतिबा फूले की जयंती मनायी गयी
पटना। महात्मा ज्योतिबा फूले की जयंती के अवसर पर जदयू मुख्यालय में कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, विधानपार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, चंदन सिंह, जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप, संजय मालाकार, पप्पू सिंह निषाद, राजेश पाल एवं अन्य नेता व पदाधिकारियों ने उन्हें श्रद्धा के पुष्प अर्पित किए।
आरसीपी सिंह ने इस मौके पर कहा कि महात्मा फूले अद्वितीय समाज-सुधारक होने के साथ-साथ महान शिक्षाविद और कवि भी थे। उनकी सोच अपने समय से बहुत आगे की थी। स्त्रियों और दलितों की शिक्षा और उनके सामाजिक उत्थान के लिए उन्होंने जो किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी सोच को अमलीजामा पहनाया और न्याय के साथ विकास की अवधारणा को मूर्त रूप दिया। अपने नेता के विकास कार्यों को हम नीचे तक पहुंचाएं, यही महात्मा फूले के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
वहीं उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि आज के दिन हम सभी को महात्मा फूले के आदर्शों पर चलने का संकल्प लेना है। नीतीश कुमार की अगुआई में बिहार के समावेशी विकास के लिए जो कार्य हो रहे हैं, उसमें उनके आदर्शों की स्पष्ट झलक देखी जा सकती है।
राजद ने महात्मा ज्योतिबा फूले की 194वीं जयंती मनायी
इधर, राजद कार्यालय में महात्मा ज्योतिबा फूले की 194वीं जयंती के अवसर पर कोरोना नियमों का पालन करते हुए सीमित कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों की उपस्थिति में उनके चित्र पर मार्ल्यापण कर उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। समारोह की अध्यक्षयता राजद के वरिष्ठ महासचिव मदन शर्मा ने किया और लोगों को उनके जीवनी के कुछ महत्वपूर्ण बातों को बताने का काम किया। माल्यार्पण करने वाले लोगों में प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी, महासचिव भाई अरूण कुमार, निर्भय अम्बेडकर, उपेन्द्र चन्द्रवंशी, प्रमोद राम, शिवेन्द्र कुमार तांती, मनोज यादव, जेम्स यादव इत्यादि शामिल रहे।