खबरें बाढ़ की : एमएलसी चुनाव को ले सपंर्क तेज, सरकारी पोखर पर कब्जा, मुखिया को नहीं मिला पंचायत का प्रभार, सर्जरी का काम शुरू

एमएलसी चुनाव को लेकर प्रत्याशी कर रहे जी-तोड़ मेहनत
बाढ़। जैसे-जैसे एमएलसी का चुनाव नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे प्रत्याशियों में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के बीच संपर्क अभियान काफी तेज हो गया है। विदित हो कि 4 अप्रैल को एमएलसी के 24 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। इस बाबत स्थानीय निकाय पटना जिला एमएलसी पद के लिए प्रत्याशियों का निर्वाचित प्रतिनिधियों से मिलने-जुलने की प्रक्रिया रफ्तार पकड़ ली है। इसी क्रम में सोमवार को पटना जिला निकाय के लिए निर्दलीय एमएलसी प्रत्याशी कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया ने दानापुर के मानस पंचायत का दौरा किया। लल्लू मुखिया अपने पक्ष में मतसमर्थन के लिए लगातार संपर्क अभियान चला रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जदयू के वाल्मीकि सिंह एवं निर्दलीय प्रत्याशी लल्लू मुखिया के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। इस अवसर पर मानस पंचायत के मुखिया मेट्रो कुमार, पानापुर मुखिया सुभाष, पंचायत समिति के सदस्य कन्हैया लाल, वार्ड सदस्य ललित राय तथा वार्ड सदस्य किंदा कुमार दास, संजय यादव सहित कई निर्वाचित जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

सरकारी पोखर पर दबंगों का कब्जा, रास्ते पर बना दी झोपड़पट्टी
बाढ़। पटना के बाढ़ अनुमंडल अंतर्गत अगवानपुर पंचायत के मोकिमपुर गांव में सरकारी आम गैरमजरूआ जमीन पर लंबे समय से सरकारी पोखर पर इन दिनों स्थानीय कुछ दबंगों के द्वारा कब्जा किए जाने की खबर है। एक तरफ सरकार जल जीवन हरियाली योजना के तहत इलाके के कुआं, तालाब और पोखरों के जीर्णोद्धार करने का काम कर रही है, वहीं दूसरी तरफ दबंगों के द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा कई बार इसकी सूचना प्रखंड कार्यालय को दी गई है। इसके बावजूद भी अवैध कब्जे से मुक्त कराकर उसका जीर्णोद्धार नहीं कराया जा रहा है।

3 महीने बाद भी मुखिया को नहीं मिल रहा पंचायत का प्रभार
बाढ़। पंडारक प्रखंड के ग्वासा शेखपुरा पंचायत में विकास कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है। कारण बताया जाता है कि पिछले साल 28 दिसंबर को ही मुखिया ने जीत हासिल करने के बाद शपथ ग्रहण किया, लेकिन तत्कालीन मुखिया के द्वारा अभी तक पंचायत का प्रभार नहीं सौंपा गया है। पूर्व मुखिया के द्वारा कई योजनाओं को आधा-अधूरा छोड़ दिया गया था, उन अधूरे पड़े योजनाओं की लीपापोती की जानी शुरू हो गई है। वहीं पंचायत सचिव कुमार प्रबोध बीमार होने के साथ-साथ सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं, जिसके चलते अभी तक नए पंचायत सचिव की भी व्यवस्था प्रखंड ने नहीं की है। इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी विपुल भारद्वाज का कहना है कि 15 पंचायत के लिए महज एक ही पंचायत सचिव प्रखंड में है, जिसके कारण कई पंचायतों में सरकारी योजनाएं संचालित करने में परेशानी हो रही है।

अनुमंडल अस्पताल में सर्जरी का काम शुरू
बाढ़। अनुमंडल अस्पताल में हाल के दिनों से छोटे आॅपरेशन की शुरूआत हो चुकी है, जिसके तहत अपेंडिक्स, हर्निया सहित अन्य बीमारियों का सफल आॅपरेशन भी निशुल्क शुरू हो गया है। सर्जन डॉ. प्रभात कुमार अनुमंडल अस्पताल में नियमित मरीजों का आॅपरेशन करने में लगे हुए हैं। इसके पहले कई वर्षों से इस तरह का आॅपरेशन रुका हुआ था लेकिन अब इसके लिए समुचित व्यवस्था कर दी गई है।

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