नवादा में जहरीली शराब बनाने वालों की हुई पहचान, 4 गिरफ्तार, छापेमारी जारी

नवादा। बिहार के नवादा जिले में जहरीली शराब पीने से हुई 15 लोगों की मौत को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में नवादा की एसपी धुरत सायली सावलाराम ने प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों नवादा नगर थाना क्षेत्र के खरीदी बिगहा, गोंदापुर व बुधौल गांवों में हुई असामयिक मृत्यु के कारणों में प्रथम दृष्टया जहरीली शराब के सेवन की पुष्टि हुई है। नवादा के डीएम यशपाल मीणा की मौजूदगी में एसपी ने कहा कि इस मामले में जहरीली शराब निर्माण करने वाले व शराब बिक्री करने वाले मुख्य समेत अन्य सभी आरोपितों की पहचान कर ली गयी है। इससे जुड़े मामले में नगर थाने में दस अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। इनमें नगर थाना के बुधौल गांव के भोनु चौधरी की पत्नी मन्ती देवी व उसका बेटा अनिल चौधरी, गोंदापुर के रामबालक यादव उर्फ बाला यादव का बेटा पप्पू यादव व खरीदी बिगहा के राजू चौधरी का बेटा सूरज चौधरी उर्फ करकु चौधरी शामिल हैं।
एसआईटी कर रही है छापेमारी
जहरीली शराब से मौत मामले में शामिल आरोपितों की साक्ष्य समेत गिरफ्तारी के लिए एसपी की मॉनिटरिंग में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। नवादा सदर एसडीपीओ उपेन्द्र प्रसाद व पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा समेत जिले के कई थानाध्यक्ष समेत तेजतर्रार पुलिस अफसरों को टीम में शामिल किया गया है। जिला आसूचना इकाई (डीआईयू) के अफसर भी एसआईटी में लगाये गये हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम नवादा व नालंदा समेत समीपवर्ती अन्य जिलों के अलावा दूसरे राज्यों में भी छापेमारी कर रही है। कयास लगाया जा रहा है कि मामले में शामिल कई आरोपित बिहार छोड़कर भाग गये हैं। इसे लेकर कई टीम दूसरे राज्यों में भी भेजी गयी है। एसपी सावलाराम खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रही हैं।
होली के दिन लोगों के बीच बेची गई थी शराब
जहरीली शराब नगर थाना क्षेत्र के खरीदी बिगहा गांव में तैयार की गयी थी और होली के मौके पर इसे लोगों के बीच बेचा गया था। गोंदापुर में तो वहां के कुछ लोगों द्वारा घर-घर में शराब बांटी गयी थी और साथ में कुछ वस्त्र भी बांटे गये थे। मामले की जांच कर रही एसआईटी को इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले हैं और इसकी प्रमाणिकता में कई साक्ष्य भी जुटाए गये हैं। अब तक की जांच के मुताबिक जहरीली शराब स्पिरिट से तैयार की गयी थी। स्पिरिट में घातक केमिकल मिलाकर इसे अति नशीला बनाया गया और झारखंड उत्पाद के पाउच में भरकर लोगों के हाथों में पहुंचाया गया। इस मामले में जब्त जहरीली शराब की पाउच जब्त कर जांच के लिए केमिकल लैब भेजी गयी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा कि किस केमिकल ने इतने लोगों की एक साथ जान ले ली।
15 मौतों की हो चुकी है पुष्टि
होली के बाद जहरीली शराब पीने से बीते 31 मार्च से 2 अप्रैल के बीच 15 लोगों की जान चली गयी थी। जिला प्रशासन द्वारा सभी 15 मौतों की पुष्टि की जा चुकी है। सभी मृतक नवादा नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। इनमें सिसवां गांव के स्व. अरुण सिंह उर्फ बमबम सिंह का बेटा गोपाल सिंह, गोंदापुर के गुल्लू यादव का बेटा रामदेव यादव, बिन्दा यादव का बेटा अजय कुमार (मूल निवासी पथरा, गोविन्दपुर), राजो यादव का बेटा शिवशंकर यादव व संजय यादव का बेटा आकाश कुमार शामिल हैं। अजय कुमार खरीदी बिगहा के शैलेन्द्र यादव उर्फ सूलो का भांजा बताया जाता है। वह सूलो के चचेरे भाई महेश यादव का सगा भांजा था।
