नवादा में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत का उच्चस्तरीय न्यायिक जांच हो : कांग्रेस

पटना। नवादा जिले में होली के अवसर पर जहरीली शराब पीने से हुई कुल 14 लोगों की मौत को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने राज्य की नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा है कि एक तरफ तो लोग जहरीली शराब पीकर मौत की गोद में सो रहे हैं। वही सत्ता के नशे में मदहोश बिहार के सीएम नीतीश कुमार पूरे प्रकरण पर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि नवादा तथा बेगूसराय जिले में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों ने सीएम नीतीश के शराबबंदी की ढोल का पोल खोल कर रख दिया है।
अपना गर्दन बचाना चाहते हैं अधिकारी
श्री राठौड़ ने कहा है कि कांग्रेस नीतीश सरकार के वैसे कतिपय अधिकारियों पर आश्चर्य व्यक्त करती है, जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पूर्व ही यह जान लेते हैं कि मौत जहरीली शराब की वजह से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ मृतकों के परिजनों के द्वारा साफ-साफ कहा जा रहा है कि उनकी मौत जहरीली शराब के सेवन करने की वजह से हुई है। वहीं दूसरी ओर नीतीश सरकार के अधिकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पहले ही परिजनों के दावों को खारिज कर रहे हैं। दरअसल वे अपना गर्दन बचाना चाहते हैं। इसलिए जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों को अन्य बीमारियों से हुई मौत करार देने की साजिश रच रहें हैं।
ऐसे अधिकारियों का सम्मान करने का काम करेंगे
कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने आगे कहा कि बिहार सरकार ऐसे अधिकारियों की सूची अगर कांग्रेस को उपलब्ध कराती है तो कांग्रेस जिलों में घूम-घूम कर ऐसे अधिकारियों का सम्मान करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों को अन्य बीमारियों से हुई मौत बताना राज्य सरकार की हठधर्मिता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों के पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग करती है। कांग्रेस को इस मसले पर राज्य सरकार के अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। वे अपनी करनी को छुपाने के लिए कोई भी रास्ता अख्तियार कर सकते हैं, इसलिए मौत के वास्तविक कारणों की जांच के लिए सरकार उच्चस्तरीय न्यायिक कमेटी का गठन करे।

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