मुजफ्फरपुर में नेवी जवान की पत्नी ने की आत्महत्या : 4 पन्नों का सुसाइड नोट में लिखा- मेरे ससुराल वाले बहुत अच्छे हैं, मैं यहां रहने लायक नहीं

मृतका की फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नेवी के जवान की पत्नी की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। 26 साल की वंदना पेशे से टीचर थी। उसका शव सोमवार को ससुराल में पंखे से लटका मिला है। वंदना के कमरे से 4 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने लिखा है कि मैं आपसे माफी मांग-मांगकर अपनी ही नजरों में गिर गई हूं। आप लोग बहुत अच्छे हैं। मैं ही आप लोगों के साथ रहने लायक नहीं हूं। भगवान आप लोगों को हमेशा खुश रखें। पड़ाव पोखर की न्यू कॉलोनी शंकरपुरी लेन में वंदना का शव कमरे के अंदर पंखे से लटका मिला था। मायके वालों ने आरोप लगाया है कि ससुराल वाले 20 लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे। नहीं दिए तो हत्या कर शव पंखे से लटका दिया। इसे लेकर वंदना के परिवार ने थाने में केस भी दर्ज कराया है। पुलिस ने वंदना के पति और ससुर को गिरफ्तार कर लिया है। वंदना के पति दिवाकर मिश्र नेवी में जवान हैं। वंदना की शादी 2020 में हुई थी। मृतका के भाई सुमन ने पुलिस को लिखित शिकायत की है कि ससुराल वाले 20 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। रुपए नहीं मिलने पर प्रताड़ित करते थे। इसी बीच वंदना शिक्षिका बन गई थी। उसके नौकरी का भी विरोध ससुराल वाले करने लगे थे। इस दौरान मनमुटाव भी हुआ। इसे किसी तरह सुलझाया गया था।
सुसाइड नोट में वंदना ने लिखी अबतक की कहानी, कहा- खुश रहिए आप चार लोग
4 पन्ने के सुसाइड नोट में वंदना ने पति से बहुत प्यार करने की बात लिखी है। पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर लिया है। नोट में उसने अपनी शादी से लेकर मौत से पहले तक की हर कहानी का जिक्र किया है। अंतिम पन्ने पर लिखा हुआ है कि ‘मेरे पतिदेव, ससुर, सास और ननद सभी बहुत अच्छे लोग हैं। अच्छे नहीं चारों लोग महान हैं। इस परिवार में 5वां कोई भी नहीं आ सकता है। जब दामाद नहीं रह पाया तो बहू कैसे रह पाती। पतिदेव से सिर्फ इतना कहूंगी की आपने मुझे बिल्कुल भी नहीं समझा। मैं आपसे बहुत-बहुत प्यार करती हूं। आपके अलावा मैं किसी के बारे में सोच भी नहीं सकती हूं। मैं आपके साथ जीना चाहती हूं। लेकिन बार- बार आपसे बिना कोई कारण के माफी मांगते-मांगते अपने ही नजरों में गिरती जा रही हूं। अब मेरे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है। क्योंकि आपके बिना मैं नहीं जी सकती। मुझे पता है कि आप भी यहीं चाहते हैं कि मैं आपके जीवन से चली जाऊं। खुश रहिए आप चार लोग। भगवान आपको खूब तरक्की दे। अपने बनाये रूल्स के साथ खुश रहिए। मेरे जाने के बाद आपके मन अनुसार कोई मिल जाए तो अपने परिवार में पांचवें को इंट्री दे दीजिएगा। अंत में लिखा है कि मेरे ससुराल के लोग बहुत अच्छे हैं, मैं ही उनके लायक नहीं हूं। मेरी अंतिम इच्छा है कि कृपया करके उन्हें किसी भी तरीके से परेशान नहीं किया जाए।

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