लोकसभा में पेश हुआ नारी शक्ति वंदन अधनियम, केंद्रीय कानून मंत्री ने किया पेश

नई दिल्ली। भारतीय लोकतंत्र के लिए आज का दिन बेहद ही ऐतिहासिक है। आज पुराने संसद से नई संसद भवन में कार्यवाही को स्थानांतरित किया गया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद में महिला आरक्षण को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में कई बार महिला आरक्षण बिल पेश किया गया। लेकिन उसे पास कराने के लिए आंकड़े नहीं जुटा पाए और यही कारण है कि वह सपना अधूरा रह गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला को अधिकार देने का, उनकी शक्ति को आकार देने का काम करने के लिए भगवान ने मुझे चुना है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने महिला आरक्षण को नारी शक्ति वंदन अधिनियम का नाम दिया है। प्रधानमंत्री ने जब यह बातें कहीं तो संसद में तालिया के कर्कराहट साफ तौर पर सुनाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की हमारी हर योजना ने महिला नेतृत्व करने की दिशा में बहुत सार्थक कदम उठाए हैं। इस बिल को नारी शक्ति वंदन अधनियम के नाम से जाना जाएगा। लोकसभा में इस बिल को केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने पेश किया। जिसके बाद इसके बाद विपक्ष के नेताओ ने बिल की कॉपी के लिए हंगामा करना शुरू कर दिया। स्पीकर ने कहा कि वेबसाइट पर बिल अपलोड कर दिया गया है। 33 फीसदी सीटें दिल्ली में महिलाओ के लिए रिजर्व होंगी। महिला आरक्षण बिल पेश करते हुए अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि इस बिल के कानून बनने के बाद लोकसभा में महिलाएं 82 से 181 हो जाएगी। सबसे पहले यह बिल देवगौड़ा जी के समय में आया। इसके बाद अटल जी की सरकार में आया। फिर से अटल जी की सरकार में आया। ये लोग जिस बिल की बात कर रहे हैं वह लोकसभा में नहीं आया बल्कि राज्यसभा में आया। इसके बाद यह पार्लियामेंट कमेटी को गया। राज्यसभा ने पास करके लोकसभा को रिपोर्ट किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह बिल बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें एक आर्टिकल ला रहे हैं जिसके तहत दिल्ली में 33 फीसदी महिलाओँ को आरक्षण मिलेगा। इसके अलावा आरक्षण के जो पहले से एससी एसटी का रिजर्वेशन है उसी में महिलाओं के आरक्षण की बात कर रहे हैं। इसके अलावा विधानसभाओं में भी महिलाओं के 33 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था कर रहे हैं। इस आरक्षण की अवधि 15 साल होगी और संसद के पास इसे बढ़ाने का अधिकार होगा। इससे पहले देश की पुरानी संसद आज आखिर दिन रहा। देश के सभी सांसदों ने पीएम मोदी के साथ पुरानी इमारत से नई संसद गए। इस दौरान सभी सांसद एक साथ चलते हुए नजर आए। इससे पहले पुरानी इमारत के सेंट्रल हॉल में विदाई समारोह रखा गया। यह समारोह करीब दो घंटे चला। जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने 38 मिनट तक अपनी बातें रखीं। पीएम ने कहा कि ये सदन ऑर्टिकल 370, तीन तलाक, जीएसटी जैसे बड़े फैसलों के लिए याद रखा जाएगा। उन्होंने पुरानी बिल्डिंग का नाम ‘संविधान सदन’ रखने का प्रस्ताव रखा। देश में संसद भवन की नई बिल्डिंग में कार्यवाही की शुरुआत का समय भी कल ही तय हो चुका था। लोकसभा की बैठक मंगलवार दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर नए संसद भवन में शुरू हुई। वहीं, राज्यसभा की बैठक दोपहर सवा दो बजे नए संसद भवन में होगी। इस मौके पर मनमोहन सिंह, शिबू सोरेन जैसे वरिष्ठ सांसद को केंद्रीय हॉल में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया है।

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