विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए नंदकिशोर यादव ने किया नामांकन, निर्विरोध होगा निर्वाचन

पटना। बिहार विधानसभा 4के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी अपना पहला बजट पेश करेंगे। दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा किया। माले के विधायकों ने पोस्टर लेकर नारेबाजी की। और खराब कानून व्यवस्था के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। वहीं इन सबके बीच आज बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए विधायक नंदकिशोर यादव ने नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार के साथ दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा मौजूद रहे। इनके अलावा बीजेपी और जदयू के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। नंदकिशोर यादव प्रदेश की राजनीति में जाना-पहचाना चेहरा हैं। विद्यार्थी परिषद से राजनीति में सक्रिय हुए नंदकिशोर पार्टी पटना नगर निगम के उपमहापौर से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे। सरकार में कई विभागों के मंत्री रहे और अब वे 17वें विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान होंगे। यदि विपक्ष की तरफ से उम्मीदवार नहीं दिया गया तो सर्व सहमति से वह अध्यक्ष बन जाएंगे। वहीं अगर विपक्ष ने उम्मीदवार खड़ा किया तो मतदान होगा लेकिन एनडीए के पक्ष में बहुमत रहने के कारण नंदकिशोर यादव का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय है। अगर उम्मीदवार नहीं दिया जाता है तो 15 फरवरी को निर्वाचन होगा। राज्यपाल की ओर से भी इसकी सहमति दे दी गई है और विधानसभा सचिवालय ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। वैसे नंदकिशोर यादव का विधानसभा अध्यक्ष चुना जाना तय है, क्योंकि एनडीए के पास पर्याप्त बहुमत है। वही इसके पहले इसके साथ ही नीतीश कुमार ने अपना बहुमत भी सिद्ध कर दिया है। एनडीए के पास 128 विधायकों का समर्थन पहले से था लेकिन मतदान के दौरान एनडीए के पक्ष में बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी को लगाकर 130 विधायकों का समर्थन प्राप्त हो गया है। वहीं आरजेडी के तीन विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव विधानसभा में नीतीश कुमार के साथ हो गए।

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