अगवानी महासेतु के गिरने में सबसे अधिक दोषी बिहार के मुख्यमंत्री : सुधाकर सिंह

पटना। अगवानी महासेतु के गिरने के तीन दिन बाद भी बिहार की राजनीति थम नहीं रही है। हादसे के बाद जिस तरह परबत्ता विधायक डा. संजीव कुमार ने पथ निर्माण विभाग के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत पर आरोप लगाए थे। यह बात राजद विधायक सुधाकर सिंह को पसंद नहीं आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार बयानबाजी करनेवाले सुधाकर सिंह ने डा. संजीव कुमार को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराने की जगह सीधे-सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कहा कि अधिकारी वही करते हैं, जो उन्हें करने के लिए कहा जाता है। इस हादसे ने मेरी बात को सही साबित कर दिया है, जो मैंने कुछ माह पहले कही थी कि मेरे विभाग के सारे अधिकारी चोर हैं और मैं चोरों का सरदार हूं, लेकिन मेरे ऊपर भी चोरों का एक बड़ा सरदार है। सारे विभाग नीतीश कुमार ही चलाते हैं, भाजपा के इन आरोपों को लेकर सुधाकर सिंह ने कहा कि यह बात मैं बहुत पहले से कहता रहा हूं। नीतीश कुमार ने सबसे ज्यादा शासन भाजपा के साथ मिलकर चलाया है। जब सारे विभाग को नीतीश कुमार ही चलाते थे, भाजपा के मंत्री क्या डफली बजा रहे थे। अच्छा हुआ कि उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया, वर्ना वह नीतीश कुमार के साथ हरि कीर्तन कर रहे होते। उन्होंने कहा कि बिहार में काम कम राजनीति ज्यादा होती है। यहां रचनात्मक काम कम होता है। डीपीआर, टेंडर, कांट्रेक्ट और निर्माण सब भाजपा के शासन में हुआ। पिछले साल पुल भी गिरा तो उनके शासन में ही हुआ, पुल गिरने के बाद काम जारी रहा। आज वही भाजपा के लोग सवाल उठा रहे हैं।

About Post Author

You may have missed