पटना के बाजारों में बढ़ी बाबा बागेश्वर की फोटो की डिमांड, गूगल से निकालकर फ्रेमिंग करवा रहे लोग
पटना। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री भले ही कथा सुनाकर पटना से चले गए हैं, लेकिन भक्तों के बीच आज भी उनका क्रेज बना हुआ है। भक्तों पर धीरेंद्र शास्त्री का जादू इस कदर हावी है, अब पटना के पूजा दुकानों में उनकी फोटो बिकने लगी है। साथ ही बजरंगबली की भी फोटो की डिमांड बढ़ गई है। जिस समय पंडित धीरेंद्र शास्त्री पटना पहुंचे थे। उस समय से उनकी फोटो की काफी डिमांड बढ़ गई थी। अब भी उनके फोटो की काफी डिमांड है। हर दिन 6 से 7 फोटो बिक जा रही है। उन्होंने कहा कि बाबा के आने के बाद से हनुमान जी की तस्वीर और हनुमान चालीसा की बिक्री भी बढ़ गई है। अभी बाबा धीरेंद्र शास्त्री की फोटो की मांग अधिक है। प्रतिदिन तीन से चार फोटो बाबा धीरेंद्र शास्त्री की बिक रही है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग खुद ही गूगल से फोटो निकाल कर ला रहे हैं और उसे फ्रेमिंग करवा रहे हैं। इससे पहले भी बाबा धीरेंद्र शास्त्री की हर वह चीज को उनके भक्त स्पर्श करना चाहते थे। जिसका इस्तेमाल बाबा ने किया था। शायद यही वजह थी कि होटल पनाश के उस कमरे में दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लाइन लग गई थी, जिस कमरे में धीरेंद्र शास्त्री ठहरे थे। बाबा के जाने के बाद श्रद्धालु कार के भी पीछे पड़ गए थे। गाड़ी के सर्विस सेंटर तक पहुंचने का सिलसिला जारी था। हर कोई गाड़ी पर मत्था टेकना चाह रहे थे। इससे कुछ दिनों तक सर्विस सेंटर का काम भी प्रभावित हो गया था।
बाबा ने अपनाया था भोजपुरी अंदाज
हनुमंत कथा के दौरान लोगों के दिल से जुड़ने के लिए बाबा ने भोजपुरी भाषा ही नहीं, बल्कि पूरी भोजपुरी अंदाज को भी अपना लिया था। भोजपुरी में बात की, भोजपुरी में गाना गाया, यहां तक की भोजपुरी भजन पर उन्होंने लोगों को खूब डांस कराया। शायद यही वजह रही कि यहां के लोग धीरेंद्र शास्त्री से पूरी तरीके से कनेक्ट हो गए। पटना से सटे नौबतपुर के तरेत पाली मठ में 13 मई से लेकर 17 मई तक धीरेंद्र शास्त्री के हनुमंत कथा का आयोजन किया गया था। उनके पटना आने के पहले और पटना में रहने के दौरान उनका काफी विरोध हुआ। कई मंत्री और नेताओं ने उनका विरोध किया था।
सितंबर में गया में लगेगा दरबार
पटना के नौबतपुर के तरेत पाली मठ के बाद धीरेंद्र शास्त्री की कथा गया में होगी। 29 सितंबर को गया में हनुमंत कथा और दरबार लगेगा। बताया जा रहा है कि इससे पहले बाबा धीरेंद्र शास्त्री का कार्यक्रम मुजफ्फरपुर में भी हो सकता है।