जनसंख्या नियंत्रण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में आए मांझी, कही ये बात

पटना । जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाने के फैसले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोगी दल हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) उनके पक्ष में आ गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण का नीतीश मॉडल काबिलेतारिफ है।

बिहार में बच्चियों को शिक्षित करने का असर है कि औसत प्रजनन दर में कमी आई है। उनकी पार्टी जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री के बयानों व उपायों का समर्थन करती है।

बिहार में इस मुद्दे पर चर्चाएं तब शुरू हो गई जब उत्तर प्रदेश सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की घोषणा की। कई भाजपा नेताओं ने बिहार में भी उत्तर प्रदेश की तरह की कानून बनाने की वकालत की है।

बिहार में भाजपा के नेता जनसंख्या नियंत्रण के मसले पर शिक्षा की भूमिका को स्वीकार करते हैं, लेकिन इसे पर्याप्त नहीं बताते हैं।

कई भाजपा नेताओं ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए प्रभावी कानून बनाने की बात कही है। इस बीच कांग्रेस व राजद जैसी पार्टियां मुख्यमंत्री के बयान से सहमत हैं। इस बीच हम ने भी मुख्यमंत्री के बयान का समर्थन किया है।

उधर, भाजपा के बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने बिहार में जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार से शिक्षा के साथ नई नीति पर विचार करने की अपील की है।

ज्ञानू ने कहा है कि शिक्षा से केवल काम नहीं चल सकता है। नई नीति के जरिए भी लोगों को जागरूक और प्रोत्साहित किया जा सकता है।

बिहार में एक या दो बच्चे वालों के लिए विशेष प्रविधान या छूट देकर सरकार प्रोत्साहित कर सकती है। इससे विकास दर के साथ तरक्की में मदद मिलेगी।

महंगाई पर अंकुश लगेगा। देश में गरीबी कम होगी। केवल शिक्षा के जरिए जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बेहतर परिणाम मिलने में लंबा वक्त लग जाएगा।

वहीं, इस मुद्दे पर जाप के प्रदेश सचिव अभिजीत सिंह ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने से पहले भाजपा अपने उन मंत्री, विधायकों और सांसदों का इस्तीफा ले, जिनके दो से अधिक बच्चे हैं। जाप नेता ने कहा कि चुनाव आया तो भाजपा को जनसंख्या कानून याद आ रहा है।

भाजपा सिर्फ देश मे नफरत को फैला कर बंटवारे की राजनीति करना जानती है। उन्होंने कहा सरकार यदि जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहती है तो पहले एक बच्चे वाले परिवार को सरकारी नौकरी देने की व्यवस्था करे।

 

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