पूर्णिया में 70 लाख की शराब जब्त: ट्रक के तहखाने में छुपा रखा था माल, दिल्ली का ड्राइवर गिरफ्तार
पूर्णिया। पूर्णिया जिले में पुलिस को शराब तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जलालगढ़ थाना क्षेत्र के मिश्रीनगर चौक पर वाहन चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने एक ट्रक से 70 लाख रुपये मूल्य की विदेशी शराब बरामद की है। तस्करों ने पुलिस को चकमा देने के लिए ट्रक के अंदर एक विशेष तहखाना बना रखा था, जिसमें शराब की खेप छिपाई गई थी। पुलिस ने मौके से ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान दिल्ली के नजफगढ़ निवासी सुनील कुंदर के रूप में हुई है। जांच में खुलासा हुआ है कि यह शराब अररिया के जीरो माइल से नवगछिया ले जाई जा रही थी। ट्रक से शराब के अलावा 14 हजार रुपये नकद, जीपीएस डिवाइस, फास्ट टैग और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि जलालगढ़ थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि भारी मात्रा में विदेशी शराब एक कंटेनर ट्रक में छिपाकर लाई जा रही है। सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ-2 के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें जिले के कई थाना क्षेत्रों के अधिकारी और मद्य निषेध इकाई के सदस्य शामिल थे। टीम ने मिश्रीनगर चौक पर सघन वाहन चेकिंग अभियान शुरू किया। इसी दौरान एक संदिग्ध ट्रक को रोककर जब उसकी तलाशी ली गई तो उसमें बने तहखाने से 5733.36 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई, जिसकी बाजार कीमत लगभग 70 लाख रुपये आंकी गई है। गिरफ्तार ड्राइवर से कड़ी पूछताछ के बाद पुलिस को कई अन्य नामों की जानकारी मिली है, जिनका इस शराब तस्करी गिरोह में संलिप्तता का संदेह है। पुलिस उन सभी लोगों की तलाश में छापेमारी कर रही है और उनके आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। इस छापेमारी अभियान में जलालगढ़ थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार के साथ-साथ खजांची थाना के सहायक थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार, एसआई सह अपर थानाध्यक्ष आर्य पृथ्वी नायडू, एसआई शिवम कुमार, सुदीन चौक टीओपी प्रभारी पंकज कुमार, कटिहार मोड़ प्रभारी अभय रंजन, एसआई सारिका कुमारी, एसआई वंश भूषण कुमार और मद्य निषेध इकाई के अधिकारी शामिल थे। एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, बावजूद इसके इस तरह की तस्करी की कोशिशें लगातार हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे नेटवर्क की तह तक जाने के लिए पुलिस गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही पूरे गिरोह को बेनकाब कर लिया जाएगा। इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि शराब माफिया अब भी नए-नए तरीकों से कानून को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते उनके मंसूबे लगातार नाकाम हो रहे हैं।


