शराब कारोबार का विरोध करने पर नौबतपुर में किसान की हत्त्या, चार संदिग्ध हिरासत में लिए गए

नौबतपुर (पटना , अजीत ) .सरकार लोगों से अपील करती है कि शराब कारोबारी को पुलिस को सूचना देकर पकड़ाएं और पुलिस सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखते हुए पूरी सुरक्षा देगी । दूर दराज के इलाक़े में क्या हश्र होता होगा उसे छोड़िये राजधानी पटना मुख्यालय से 20 25 किलोमीटर दूर नौबतपुर में
टड़वा गांव में शराब बेंचने के विरोध करने पर रंकिंकन दास पिता जीतू दास उम्र करीब 40 वर्ष की गांव के शराब विक्रेता और माफियाओं ने धारदार हथियारों से सर पर हमला कर दिया जिससे रामकिंकर दास की मृत्यु हो गयी । ऐसे माहौल में कैसे लोग शराब कारोबारियों को पकड़वाने का जोखिम मोल लेंगें ।

नौबतपुर में हत्त्या की लगातार हो रही वारदातें रुकने का नाम नही ले रही हैं । अक्सर ऐसा देखा गया है कि जो आदमी पुलिस को अवैध कारोबार की खबर देता है उसका नाम थाना से ही लीक हो जाता है और उसपर आफत टूट पड़ता है । नौबतपुर पुलिस ने शराब कारोबार के खिलाफ कोई ठोस कारवाई नही की और शराब माफियाओं का मनोबल बढ़ता चला गया । जिसका नतीजा आज हत्या कर के रूप में सामने आया है । ग्रामीणों ने बताया कि किसान को शराब कारोबार का विरोध करने पर लाठी डंडों और तेज धारदार हथियार से मार मार कर हत्त्या कर दिया गया । पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए इस हत्याकांड में संदिग्ध चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने बताया की रामकिंकर दास ने शराब माफियाओं के खिलाफ ग्रामीणों के सहयोग से शराब बेंचने और निर्माण पर रोक लगवाने के लिए नौबतपुर थाना में एक सामूहिक लिखित आवेदन भी दिया था । जिसपर पुलिस ने शराब माफियाओं के खिलाफ कोई कड़ा एक्शन नही लिया । अगर थाना पुलिस शराब माफिया के खिलाफ करवाई करती और सूचना देने वाले को सुरक्षा मुहैया कराती तो आज एक किसान की जान बच सकती थी ।

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