खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह से निपटने के लिए पंजाब पुलिस ने कसी कमर, कई संदिग्धों के आर्म्स लाइसेंस रद्द

नई दिल्ली। अमृतपाल केस के बाद केन्द्र के साथ अब पंजाब पुलिस ने भी प्रदेश में कानून व्यवस्था दुरुस्त करने का मेगा प्लैन तैयार किया है। एक महीने में इसे अंजाम देने की योजना बनाई गई है। इसके तहत प्रदेश में 7200 अवैध आर्म्स लाइसेंस पर व्यापक कार्रवाई होगी। 813 लाइसेंस को पहले ही रद्द किया जा चुका है। इस कार्रवाई में अमृतपाल के करीबी बड़ी तादात में शामिल हैं। इसके अलावा हर थाने के टॉप फाइव संदिग्धों की सूची तैयार कर ली गई है। अमृतपाल प्रकरण में सरकार को यही देखने को मिला था राज्य में धड़ल्ले से कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई गईं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और देश के गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात के बाद पंजाब की आंतरिक सुरक्षा पर केंद्रीय गृह मंत्रालय में एजेंसियों और वरिष्ठ अधिकारियों की दो बैठक बीते 1 सप्ताह के अंदर हो चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा बल हथियारों पर दिया गया है। फिर भले ही वो छोटे हथियार पाकिस्तान की सीमा पार करके ड्रोन के जरिए पंजाब में पहुंचाने की कोशिश हो या फिर कट्टरपंथियों के पास लाइसेंस हथियारों की खेप। 8 हजार से ज्यादा संदिग्ध हथियार पंजाब पुलिस के निशाने पर हैं।
पंजाब पुलिस का बड़ा एक्शन
पंजाब सरकार सूत्रों के अनुसार एक महीने में राज्य में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने का मेगा प्लैन तैयार किया गया है। 8000 से ज्यादा लाइसेंस हथियार खतरनाक हाथों में बताए गए हैं। इन लाइसेंस हथियार धारकों पर कट्टरपंथ और गैंगस्टर होने के कई आरोप भी हैं। सैकड़ों की संख्या में यह अमृतपाल के सपोर्टर बताए जाते हैं। वही बीते चंद हफ्तों के अंदर पंजाब सरकार ने 813 हथियारों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। पंजाब सरकार की कोशिश है कि 7200 और हथियारों के लाइसेंस को क्रमबद्ध तरीके से निरस्त किया जाए। दरसल 80 और 90 के दशक में पंजाब में हथियार और आतंकवाद का गठजोड़ देखा गया था। मौजूदा दौर में भारत विरोधी तत्व फिर से गुरुओं के पंजाब को आतंक का आशियाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

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