केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना निष्ठा का उदघाटन,पाठ्यक्रम ऐसा हो जो बच्चो को आसानी से समझ में आ सके-संजय सिंह 

फुलवारी शरीफ | बिहार शिक्षा परियोजना के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने कहा कि हाल के एक दशक में शिक्षा का व्यापीकरण हुआ है जो चिंताजनक है । बच्चों के लिए ऐसा पाठय क्रम हो जो उनके अनुकूल हो, उनकी समझ में आए तथा उनके ध्यान में रखकर तैयार हो ताकि पाठय क्रम बोझिल न लगे । उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा का मुख्य उद्देश्य यह होना चाहिए कि बच्चा एक बेहतर इंसान बने । श्री सिंह शुक्रवार को अनिसाबाद स्थित होटल पाटलिपुत्र कांटिनेंटल में बिहार शिक्षा परियोजना एवं एससीईआरटी ने संयुक्त रूप से बिहार में पहली बार सभी प्रारंभिक विद्यालयों के लगभग चार लाख शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना निष्ठा का उद्घाटन अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे | उन्होंने कहा की प्रशिक्षणचर्या ऐसी हो, जिससे शिक्षकों का संबर्द्धन हो तथा उनका संपूर्ण विकास हो सके । उन्होंने कहा कि निष्ठा प्रोग्राम के माध्यम से वर्तमान वैश्विक परिप्रेक्ष्य में शिक्षकों का निरंतर कौशल विकास होगा, जो समय की आवश्यकता है। जिस तरह से तमाम शैक्षिक आयामों को इस प्रशिक्षणचर्या में जोड़ा गया है, निश्चित रूप से यह कार्यक्रम शिक्षा व शिक्षक प्रशिक्षण के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव का वाहक बनेगा । उन्होंने बिहार में निष्ठा की सफलता के लिए मौजूद सभी शिक्षकों व अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं।

इससे पहले  बिहार शिक्षा परियोजना के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह, एससीईआरटी के निदेशक विनोद कुमार सिंह, शोध एवं प्रशिक्षण के निदेशक डॉ विनोदानंद झा, एनसीईआरटी दिल्ली की विभागाध्यक्ष प्रो रंजना अरोड़ा तथा डॉ फारूख अंसारी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की । मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों का स्वागत एससीईआरटी व बीईपी के अधिकारियों ने गुलदस्ता देकर किया ।

कार्यक्रम के स्वागत भाषण में एससीईआरटी के निदेशक विनोद कुमार सिंह ने निष्ठा के बारे में बताया इस प्रशिक्षण के अंतर्गत एक बड़ा समूह तैयार किया जाएगा, जो पहले खुद प्रशिक्षित होंगे और उसके बाद बाकी शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के बाद स्कूल का माहौल और भी बेहतर होगा तथा शिक्षकों के साथ-साथ बच्चे व स्कूल का भी सर्वांगीण विकास होगा। अपने संबोधन में फारूख अंसारी ने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उददेश्य स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में निखार लाना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रहा टीचर लर्निंग प्रोग्राम और बेहतर बनाने का प्रयास है। इनके लिए जरूरत है शिक्षकों को सशक्त करने की।

एनसीईआरटी की रंजना अरोड़ा ने कहा कि बिहार 12वां राज्य है जहां केंद्र सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना शुरू हो रही है। अब शिक्षकों व अधिकारियों पर जिम्मेवारी और भी बढ़ गई है की शिक्षा में व्यापक सुधार लाया जाए । उन्होंने त्रिपुरा का उदाहरण देते हुए कहा कि त्रिपुरा के लिए हमने एक माॅडल तैयार किया, जिससे हमें इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम कराने की अवधारणा मिली । उन्होंने कहा कि निष्ठा ऐसा प्रोग्राम है जिसमें शिक्षक व स्कूल प्रमुख से लेकर अधिकारी तक शामिल होंगे। उन्होंने निष्ठा की सभी विशेषताओं को भी स्लाइड शो के माध्यम से एक-एक करके समझाया ।

शोध एवं प्रशिक्षण के निदेशक डॉ विनोदानंद झा ने कहा इस निष्ठा के लिए सबसे जरूरी यह है कि सभी पूरी निष्ठा से इस कार्यक्रम को पूरा करें । कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एससीईआरटी के विभागाध्यक्ष डॉ  इम्तियाज आलम ने सम्मानित अतिथियों को धन्यवाद देते हुए बिहार में निष्ठा प्रोग्राम के सफल आयोजन का संकल्प लिया । कार्यक्रम में एससीईआरटी, बीईपीसी के अधिकारी  शैलेंद्र कुमार,  किरण कुमारी, नूतन सिंह एवं एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) सहित मीडिया प्रभारी रवींद्र कुमार अवस्थी मौजूद थे । मंच संचालन विनय पटनायक द्वारा किया गया

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