बक्सर में मुख्यमंत्री ने ब्रह्मेश्वर स्थान मंदिर के परियोजना का किया उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री ने कार्यक्रम से बनाई दूरी

बक्सर। बिहार में सियासी उथल-पुथल के बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो कार्यक्रमों में शामिल हुए। सबसे पहले उन्होंने पटना के वेटरनरी कॉलेज मैदान में अग्निशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाई, जहां आरजेडी कोटे के आपदा प्रबंधन मंत्री शहनवाज को भी शामिल होना था, लेकिन वो नहीं गए। उसके बाद सीएम ने बक्सर के ब्रह्मेश्वर स्थान मंदिर के विकास कार्य फेज एक का उद्घाटन और फेज 2 का शिलान्यास किया। जहां उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अध्यक्षता करने वाले थे, लेकिन वो नहीं गए। ब्रह्मेश्वर स्थान पर होने वाले कार्यक्रम में केंद्रीय उपभोक्ता कार्य खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय और पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री अश्विनी चौबे अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। जहां सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल थे। इस मौके पर जेडीयू और बीजेपी के कई स्थानीय नेता भी मौजूद रहे। ब्रह्मेश्वर स्थान मंदिर का कार्य बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की ओर से किया गया है। इस 9 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जा रही है। बता दें कि आरजेडी ने आज बिहार में मचे राजनीतिक हलचल के बाद बैठक बुलाई है। आरजेडी की ओर से आगे की रणनीति तय होगी, ऐसे में इस बैठक में तेजस्वी यादव मौजूद रहेंगे यह तय है। शायद यही वजह रही होगी कि वो नीतीश कुमार के साथ कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इससे पहले तेजस्वी यादव ने राज्यपाल के भोज से भी दूरी बना ली थी। उनके साथ भाजपा के केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के साथ बीजेपी के कई नेता भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। नीतीश कुमार बक्सर में करीब 20 मिनट तक रुके ब्रमेश्वर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। तालाब के पास पहुंचे। फिर रवाना हो गए। इस दौरान मीडिया को उनसे दूर रखा गया। मीडिया से बातचीत नहीं की। मुख्यमंत्री के साथ जदयू के नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। अश्विनी चौबे ने सरकार बनाने के सवाल पर कहा कि जेहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिए। होइहि सोइ जो राम रचि राखा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को पहली बार भी इस मंदिर में मैं लाया था और आज भी।

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