गांजा तस्करों ने पैटर्न बदला : तस्करी के लिए अब स्कूल-कॉलेज के किशोरों को बनाया हथियार, फतुहा पुलिस किया उद्भेदन

फतुहा। लॉकडाउन में लगातार हो रही पुलिस की गश्ती को देख गांजे की तस्करी करने वालों ने अपनी तस्करी का पैटर्न बदल लिया है। गांजा तस्करों ने अब स्कूल व कालेज में पढ़ने वाले किशोरों को गांजे की खेप को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। ऐसा ही एक वाक्या शुक्रवार को पटना के नदी थाना क्षेत्र के कृपाल टोला में देखने को मिला है।
पांच किशोर स्कूली बैग में गांजे की खेप को रखकर आटो पर सवार हो रहे थे, तभी नदी थाना पुलिस की गश्ती गाड़ी वहां पहुंच गई। पुलिस को देख दो किशोर गांजे की खेप वाली स्कूली बैग को लेकर फरार हो गए, जबकि दो किशोर स्कूली बैग को सड़क पर ही फेंक कर फरार हो गए लेकिन आटो पर सवार होते ही एक 16 वर्षीय किशोर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। गिरफ्तार किशोर दियारा क्षेत्र के मीरमपुर निवासी सोनू कुमार है।
नदी थाना प्रभारी धर्मेंद्र प्रसाद की माने तो कृपाल टोला स्थित गंगा किनारे गांजे की खेप को किसी तस्कर के द्वारा स्कूली बैग में रखकर पांच किशोर को दिया गया तथा उन्हें गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया। सभी किशोर स्कूली बैग को लेकर सड़क पर आए और एक आटो पर सवार होने की तैयारी करने लगे। लेकिन इस बात की भनक पुलिस को लग गयी। पुलिस ने तीन बैग से 28 किलो गांजा बरामद किया है, जिसकी अनुमानित कीमत डेढ लाख रुपये की बतायी जाती है। पुलिस गिरफ्तार किशोर से पूछताछ कर तस्करों तक पहुंचने की कवायद शुरू कर दी है। लेकिन तस्कर अपने तस्करी के लिए जिस तरह किशोरों के जीवन को बर्बाद करने पर तुले हैं, जो समाज के चिंता की बात है।

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