भगवान श्रीराम को स्वर्ण जड़ित तीर-धनुष देगा पटना का महावीर मंदिर, मंदिर निर्माण के लिए दे चुके है 10 करोड़

पटना। अयोध्या में रामलला के आगमन को लेकर पुरे देश में ख़ुशी का माहौल है। चारो तरफ राममय सा नजारा हुआ है। भव्य कार्यक्रम को लेकर तैयारी अंतिम चरण पर है। इसी बीच पटना महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि 2020 में जिस दिन श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का खाता खुला था। उसी दिन महावीर मन्दिर की ओर से 2 करोड़ रुपये की पहली किश्त दी गयी। वर्ष 2021, 2022 और 2023 में लगातार इतनी राशि दी जाती रही। अब अंतिम किश्त के रूप में 2 करोड़ रुपये की सहयोग राशि दी जा रही है। उन्होंने बताया की किसी एक संस्था के द्वारा अयोध्या में रामलला के मन्दिर निर्माण में सहयोग के तौर पर 10 करोड़ रुपये देनेवाला महावीर मन्दिर देश का पहला संस्थान है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के निकट जिस अमावा राम मन्दिर परिसर में महावीर मन्दिर की ओर से राम रसोई चलायी जा रही है, उसके द्वारा रामलला को सोने का तीर-धनुष भेंट किया जाएगा। अमावा राम मन्दिर न्यास के सचिव के तौर पर आचार्य किशोर कुणाल स्वर्ण जड़ित तीर-धनुष श्रीराम जन्म भूमि मन्दिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र को सौंपेंगे। आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का धनुष जिसे कोदंड के नाम से जाना जाता है, 19 जनवरी को भेंट किया जाएगा। 2.5 किलो वजन का यह तीर-धनुष तांबे के बेस पर स्वर्ण जड़ित है। उन्होंने बताया की चेन्नई की एक कंपनी ने विशेष रूप से इसे तैयार किया है। आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि अमावा राम मन्दिर के शिखर के लिए स्वर्ण जड़ित कलश बनवाया गया है।
20 जनवरी से दोनों पहर चलेगी राम रसोई
वही स्वर्ण कलश लिए भारत सरकार के उपक्रम एमएमटीसी से सोना खरीदा गया था। उसमें से कलश निर्माण के बाद शेष बचे सोने से स्वर्ण जड़ित कोदंड तैयार किया गया है। राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। ऐसे में 20 जनवरी से राम-रसोई दोनों पहर चलाई जाएगी। अमावा राम मन्दिर परिसर में 1 दिसंबर 2019 को विवाह पंचमी के दिन से राम रसोई चलाया जा रहा है। रामलला के दर्शनार्थियों के लिए यह राम रसोई पटना के महावीर मन्दिर द्वारा संचालित किया।

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