दो बालू माफिया भिड़े, सैकड़ों राउंड फायरिंग, इलाक़े में दहशत का माहौल

- अवैध बालू खनन के दौरान हादसा, बालू अरार धसने से कई मजदूर दबे, एक की गई जान
बिहटा। अवैध बालू खनन के दौरान पटना-भोजपुर सीमा पर बिहटा के सुरौंधा के समीप सोन नदी में स्थित अरार (खोदाई से बना गड्ढ़ा) धंसने से कई मजदूर उसके नीचे दब गए। लोगों ने मशक्कत कर छह को बाहर निकाला। उनमें से एक की मौत हो गई। पांच का इलाज अस्पताल में कराया जा रहा है। जिस जगह यह हादसा हुआ है, वहां पहुंचने का एकमात्र उपाय नाव ही है।बताया जाता है कि बिहटा, मनेर छपरा आदि के कुछ मजदूर नाव लेकर बालू खनन करने गए थे। इसी दौरान सुरौंधा के समीप बालू लदाई के क्रम में अरार धंस गया। उसमें कई मजदूर दब गए। आसपास मौजूद अन्य मजदूरों की सहायता से उनमें से छह को निकाला गया। लेकिन मनेर थाना के धजवा टोला निवासी स्व शिवपूजन राय के पुत्र रामकुमार की मौत हो गई। जबकि अन्य का इलाज निजी चिकित्सक के पास कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार जेसीबी पोकलेन मशीन से बालू की खोदाई के कारण बड़ा अरार बन जाता है। नाविक अरार के बीच से ही नाव सटा कर बालू लादते हैं ताकि एक तो जल्द बालू लादा जा सके दूसरा खेत वालों एवं दबंगों को रंगदारी नहीं देना पड़े। साथ ही इससे पोकलेन का खर्च भी बचता है। हालांकि इन दिनों बालू घाटों पर बालू माफिया अपने वर्चस्व को लेकर लगातार फायरिंग कर रहे हैं। फायरिंग की सूचना पर दानापुर अनुमंडलाअधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहित अन्य पुलिसकर्मी अपने पूरे दलबल के साथ मौके पर पहुंचकर छानबीन की लेकिन तब तक बालू माफिया मौके से भागने में सफल रहा। गौरतलब है कि इन दिनों मनेर और बिहटा में अवैध बालू खनन धड़ल्ले से जारी है प्रशासन करवाई के नाम पर खानापूर्ति करती है और बालू माफिया से मोटी रकम वसूल कर अपने वाहवाही लूटते हैं।
