पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक और छात्रों के बीच मारपीट, रणक्षेत्र में बदला परीक्षा विभाग

पटना। गुरुवार को शाम सात बजे उप परीक्षा नियंत्रक डॉ. ऋषिकेश कुमार और छात्र विकास बॉक्सर के बीच भिड़त हो गई। विश्वविद्यालय मुख्यालय में जमकर मारपीट हुई। कुछ देर के लिए परीक्षा विभाग रणक्षेत्र में बदल गया। शाम साढ़े सात बजे के करीब यह घटना हुई मारपीट में डॉ. ऋषिकेश के सिर में चोट लगी है। उनका पीएमसीएच में इलाज कराया गया। वहीं छात्र नेता विकास को हाथ में चोट लगी है। दोनों एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। छात्र नेता विकास बॉक्सर ने कहा कि परीक्षा नियंत्रक महेश मंडल के इशारे पर मारपीट की घटना हुई। परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ आंदोलन किया गया था। इन पर छात्रों से गलत तरीके से पैसे उगाही करने का आरोप लगाया था। इसी वजह से हमला कराया गया है। छात्र नेता शांतिपूर्ण तरीके से वार्ता करने के लिए गए थे। इसी दरम्यान उप परीक्षा नियंत्रक ने अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। छात्र नेताओं के साथ मारपीट करना शुरू कर दी। कहा कि मारपीट में कई छात्र भी घायल हुए हैं। इसके विरोध में छात्र नेताओं ने आंदोलन की धमकी दी है। इधर कुलपति प्रो. आरके सिंह ने घटना की जांच के बाद संबंधित लोगों पर कार्रवाई की बात कही है। हालांकि दोनों ओर से प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है।
कुछ कॉपियों में जबरन नंबर चढ़वाना चाहते थे छात्र : परीक्षा नियंत्रक
वही विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रो. मनोज कुमार ने बताया कि परीक्षा विभाग गोपनीय विभाग होता है। दस से बारह की संख्या में छात्र विकास के नेतृत्व में प्रवेश कर गए। परीक्षा नियंत्रक और उप परीक्षा नियंत्रक के साथ अभद्र व्यवहार और गाली-गलौज करने लगे। कुछ कॉपियों में जबरन नंबर बढ़ाने की बात करने लगे। इस पर अधिकारियों ने जब मना किया तो उन पर ही गलत आरोप लगाकार मारपीट करने लगे। विश्वविद्यालय मुख्यालय में उस वक्त कर्मियों और पदाधिकारियों की संख्या कम होने की वजह से छात्रों ने मारपीट की घटना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में अधिकारी से मिलने का समय होता है। शाम सात बजे के बाद परीक्षा का कार्य चल रहा था। इसमें गड़बड़ी करने के लिए आए थे।

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