हाजीपुर के जांच अभियान में वाहनों की चेकिंग से वसूली करता नकली दरोगा गिरफ्तार, जाने पूरा मामला

हाजीपुर। सारण जिले से चलकर हाजीपुर सदर थाना क्षेत्र में एनएच 22 फोरलेन पर वाहनों की चेकिंग के नाम पर वसूली करते एक नकली दारोगा को पकड़ा गया है। रौबदार आवाज, पुलिस अफसर जैसा चेहरा देखकर कोई उसके नकली दारोगा होने की सोंच भी नहीं सकता था। महुआ मोड़ के पास वाहनों की चेकिंग कर वसूली कर रहा था जालसाज सदर थाना से 500 गज की दूरी पर हाजीपुर दिग्घी महुआ मोड़ के पास सुबह सादे कपडे़ में तीन-चार लोग वाहनों के कागजातों की जांच कर रहे थे। उनमें एक पुलिस अफसर जैसा कदकाठी का था। तीन की संख्या में कथित सहकर्मी उसे एमवीआई अफसर बता रहा था। वाहनों के कागजातों की जांच व वसूली का सिलसिला जारी था।

सदर थानाध्यक्ष अस्मित कुमार ने बताया कि सुबह 10:30 पर नालंदा जिला के हिलसा के रहने वाले पिकअप चालक रजनीश कुमार ने फोन कर जानकारी ली थी कि पुलिस की यहां चेकिंग लगी है क्या? थाना से बताया गया कि कोई चेकिंग नहीं लगी है। तब पिकअप चालक ने बताया कि गाड़ी का पेपर दुरूस्त होने पर भी यहां चेकिंग कर रहा व्यक्ति जो खुद को दारोगा बताता है वह पैसे की मांग कर रहा है। ड्राइवर दी गई सूचना पर चेक कराया गया तो वहां से गुजरने वाली छोटी मालवाहक गाड़ी जैसे टेंपो पिकअप आदि से वसूली करने वाले जालसाज को पकड़ा गया। पूछताछ में जालसाज ने अपना नाम केदारनाथ पांडेय पिता का नाम स्वर्गीय लल्लन पांडेय गांव बनकटा, कोपा थाना क्षेत्र सारण जिला का रहने वाला बताया है।
वही दारोगा तो किसी को एमवीआई अफसर बताने पर लोगों को शक हुआ। किसी ने सदर थाना पर फोन कर जानकारी ली। वहां से बताया गया कि थाना की अभी वहां कोई चेकिंग नहीं लगी है। सदर थाना अध्यक्ष ने फोन करने वाले से जानकारी ली। उन्हें समझ में आ गया कि कोई शातिर जालसाज पुलिस बनकर वसूली कर रहा है। उन्होंने तत्काल गश्ती गाड़ी को भेजा। पुलिस की गश्ती दल को देखकर वसूली कर रहा कथित स्टाफ भाग निकला। वहां खड़े वाहन स्वामियों के इशारे पर नकली दारोगा को दबोच लिया।