प्रदेश में बर्फीली हवाओं से बड़ी ठंड: कोल्ड-डे का अलर्ट, पटना में भी कड़ाके की ठंड
पटना। बिहार में इन दिनों ठंड का असर लगातार गहराता जा रहा है। बर्फीली पछुआ हवाओं और घने कोहरे ने पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले लिया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार को राज्य के सभी 38 जिलों के लिए कोल्ड डे और घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ठंड और कोहरे के इस डबल असर से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, खासकर सुबह और रात के समय हालात बेहद कठिन बने हुए हैं।
घने कोहरे से जनजीवन प्रभावित
भोजपुर, बेतिया, बगहा, गोपालगंज समेत 20 से अधिक जिलों में सुबह-सुबह घना कोहरा छाया रहा। कई जगहों पर दृश्यता लगभग शून्य हो गई, जिससे सड़क पर चलना बेहद जोखिम भरा हो गया। वाहन चालक दिन में भी हेडलाइट जलाकर सफर करने को मजबूर दिखे। कोहरे के कारण राष्ट्रीय और राज्य मार्गों पर वाहनों की रफ्तार काफी धीमी रही, जिससे आवागमन में परेशानी बढ़ गई।
लगातार गिर रहा है तापमान
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, ठंडी पछुआ हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। राज्य के कम से कम 8 जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे पहुंच चुका है। पटना में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया, जिससे पूरे दिन ठंड का अहसास बना रहा।
पटना में रहा सबसे ठंडा दिन
बीते 24 घंटे के दौरान पटना राज्य का सबसे ठंडा शहर रहा। शुक्रवार सुबह राजधानी में घना कुहासा और तेज ठंडी हवा चली। हालात ऐसे थे कि सुबह 9 बजे तक 100 मीटर से आगे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। दिन में धूप निकलने के बावजूद ठंडी हवाओं के कारण लोगों को कोई खास राहत नहीं मिली। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि आज भी पटना में कोल्ड डे जैसी स्थिति बनी रहेगी।
कोल्ड डे का क्या मतलब है
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, कोल्ड डे की स्थिति तब बनती है जब अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच का अंतर काफी कम हो जाता है। ऐसे में दिन में भी ठंड बनी रहती है और शरीर को गर्मी का अहसास नहीं होता। बिहार में इस समय यही स्थिति देखने को मिल रही है, जहां दिन और रात दोनों समय शीतलहर जैसी ठंड महसूस की जा रही है।
हादसों और जनहानि की खबरें
ठंड से बचाव के लिए जलाए जा रहे अलाव भी कई जगहों पर जानलेवा साबित हो रहे हैं। मोतिहारी में मवेशियों के लिए जलाए गए अलाव से पूरे घर में आग लग गई। इस हादसे में 75 वर्षीय एक बुजुर्ग की झुलसकर मौत हो गई, जबकि उसका बेटा और पोता गंभीर रूप से झुलस गए। यह घटना ठंड के मौसम में आग जलाने के खतरों की गंभीर चेतावनी देती है।
हवाई और रेल सेवाएं प्रभावित
घने कोहरे का असर हवाई और रेल यातायात पर भी साफ दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली इंडिगो की 5 जोड़ी विमान रद्द करनी पड़ीं। इसके अलावा एअर इंडिया, एअर इंडिया एक्सप्रेस, स्पाइसजेट और इंडिगो की 16 जोड़ी उड़ानें एक से दो घंटे की देरी से संचालित हुईं। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ट्रेनों की भारी देरी से यात्री परेशान
कोहरे के कारण कई ट्रेनें घंटों लेट रहीं। तेजस राजधानी और हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस 6 से 8 घंटे की देरी से अपने गंतव्य पर पहुंचीं। संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस लगभग 12 घंटे देर से पटना पहुंची। ठंड और देरी के कारण यात्रियों को स्टेशनों पर काफी समय तक इंतजार करना पड़ा, जिससे बुजुर्गों और बच्चों को अधिक परेशानी झेलनी पड़ी।
फ्लाइट डायवर्ट, यात्री फंसे
घने कोहरे का एक बड़ा असर हवाई यात्रियों पर भी पड़ा। हैदराबाद से दरभंगा आ रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या 6E537 को मौसम खराब होने के कारण कोलकाता डायवर्ट कर दिया गया। यह फ्लाइट दोपहर 2.05 बजे दरभंगा में उतरने वाली थी, लेकिन अचानक कोलकाता पहुंच गई। इससे 100 से अधिक यात्री कोलकाता में फंस गए और फ्लाइट के अंदर ही हंगामा शुरू हो गया।
पहाड़ों की बर्फबारी का असर
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बर्फबारी और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर बिहार पर पड़ रहा है। इसी कारण प्रदेश में ठंडी हवाएं चल रही हैं और तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक और नीचे जा सकता है, जिससे ठंड और ज्यादा बढ़ने की संभावना है।
अगले कुछ दिनों तक राहत नहीं
मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी दी है कि अगले 4 से 5 दिनों तक ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। उत्तर, उत्तर-मध्य और दक्षिण-पूर्व बिहार में कोल्ड डे जैसी स्थिति बनी रह सकती है। 28 दिसंबर को राज्य के अधिकांश जिलों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है, जबकि 29 दिसंबर को उत्तर और दक्षिण-पश्चिमी बिहार के कुछ इलाकों में भी कोहरा रहेगा।
स्कूलों में छुट्टी का फैसला
अत्यधिक ठंड को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा के लिए बड़ा फैसला लिया है। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने आदेश जारी कर जिले में कक्षा 8वीं तक के सभी स्कूलों को 30 दिसंबर तक बंद करने का निर्देश दिया है। इस आदेश में प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र भी शामिल हैं। प्रशासन का कहना है कि कम तापमान के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है। बिहार इस समय भीषण ठंड, कोहरे और शीतलहर की चपेट में है। जनजीवन से लेकर यातायात और शिक्षा व्यवस्था तक हर क्षेत्र पर इसका असर साफ दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने, आग जलाते समय सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी जा रही है। आने वाले कुछ दिन ठंड के लिहाज से और चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।


