इंद्रपुरी सोन बराज में छोड़ा गया 250000 क्यूसेक पानी, बाढ़ का खतरा मंडराया

तिलौथू ( रोहतास )सोमवार देर रात रोहतास स्थित इंद्रपुरी सोन बराज में करीब दो लाख पचास हजार  (2,50000) क्यूसेक पानी इंद्रपुरी बराज से डिस्चार्ज किया गया. इसके अलावा मध्यप्रदेश के रिहन्द और झारखंड के मुहम्मदगंज बराज से भी पानी पहुंचने के आसार हैं. जिससे और भी सोन नदी का जलस्तर बढ़ सकता है. ऊपरी पहाड़ी अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी जल प्रपात होने की वजह से इंद्रपुरी बराज के सोन नदी का जलस्तर बढ़ा है. जिसको देखते हुये इंद्रपुरी बराज से पश्चमी संयोजक नहर में 7500 क्यूसेक, पूर्वी संयोजक नहर में 4362 क्यूसेक और सोन नदी में करीब दो लाख पचास हज़ार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है.

यदि इसी तरह सोन नदी का जलस्तर बढ़ता रहा तो बाढ़ की स्थिति हो जाएगी उत्पन्न

अधिकारियों की माने तो इसी तरह अगर ऊपरी जल अधिग्रहण क्षेत्रों और जल प्रपात से सोन नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होगी. तो इस वजह से से बिहार के रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, भोजपुर और पटना जिले के निचली क्षेत्रो में बाढ़ की संभावना बन सकती है. अभी मौजूद जलस्तर से बाढ़ की संभावना नहीं है लेकिन इसी तरह से यदि सोन नदी में जलस्तर बढ़ती रही तो बाढ़ की संभावना जरूर बन जायेगी. लेकिन फिलहाल स्थिति सामान्य है और अभी जलस्तर खतरे के निशान से बाहर है.

गौरतलब है कि इससे पहले जुलाई महीने में भी मध्यप्रदेश, बिहार और झारखण्ड की तटवर्तीय क्षेत्रो में भारी वर्षा की वजह से सोन नदी का जल स्तर बढ़ गया था. मध्यप्रदेश के रिहन्द डैम से 25000 हज़ार क्यूसेक, झारखंड के मुहम्मद गंज बराज से 47000 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. जिसके रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, भोजपुर और पटना जिले के निचले इलाकों के लोगों को अधिकारीयों ने सतर्कता बरतने की सलाह दी थी. जबकि सोन नदी के टीलों पर खेती कर रहे किसानों को और उनके मवेशियों को टीला जल्द खाली करने को कहा गया था

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