शिक्षा मंत्री का नया बयान, बोले- श्रीराम मेरे सपने में आए, कही मुझे बिकने से बचाने की बात

सुपौल। भगवान राम को लेकर शिक्षा मंत्री के विवादित बयान से बिहार की सियासत गरमाई हुई है। सीएम नीतीश से लेकर डिप्टी सीएम तक ने शिक्षा मंत्री को नसीहत दी है कि वह रामचरित मानस को लेकर बयान ना दें। बावजूद इसके शिक्षा मंत्री लगातार भागवान राम को लेकर बयान दे रहे हैं। वहीं एक बार फिर शिक्षा मंत्री प्रो.चद्रशेखर ने कहा है कि उनके सपना में भागवान राम आए थे। भागवान राम ने उनसे कहा कि देखो चंद्रशेखर हमको इन लोगों ने बाजार में बेच दिया है। तुम हमको बिकने से बचा लो। रविवार के देर रात शिक्षा मंत्री सुपौल के पिपरा प्रखंड के रामपुर गांव आए। जहां पूर्व शिक्षक संघ के अध्यक्ष स्व लक्ष्मी यादव के पुण्य तिथि के अवसर पर उन्होंने स्व लक्ष्मी यादव को श्रद्धांजलि दी।इस अवसर पर उन्होंने कई तरह के धार्मिक ज्ञान भी दिए। उन्होंने कहा की भगवान राम उनके सपने में आए थे और कहा कि देखो चंद्रशेखर हमको इनलोगों ने बाजार में बेच दिया है। हमको बिकने से बचा लो। इसलिए हम कभी कभार इस तरह की बात कर देते हैं। वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि भगवान राम ने शबरी के जुठे बेर खाए,लेकिन आज शबरी का बेटा मंदिर नहीं जा सकता,यह दुखद है,राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को रोक दिया जाता है। गंगाजल से धोया जाता है। ईश्वर ने शबरी का झूठा खाकर संदेश दिया था।भगवान भी जाति व्यवस्था से कुपित थे। सोचा होगा हम खा लेंगे तो दुनियां खाने लगेगी। लेकिन उसे अकेले छोड़ दिया। खाली धूप बत्ती दिखाकर उसे छोड़ दिया जाता है। उसका अनुकरण नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि बाबा धर्मराज मयार्दा पुरुषोत्तम थे। जिन्होंने जाति व्यवस्था को खत्म करते हुए संदेश देकर चले गए। हम तो केवल एक बार बोले लेकिन मोहन भागवत ने दो बार बोला। लोग हमारी जीभ काटने पर दस करोड़ का इनाम रख दिया। लेकिन मोहन भागवत के विरोध में दस रुपए का भी इनाम नहीं रखा। इस मौके पर उन्होंने मौजूद शिक्षकों से भी कहा कि उनके सम्मान को मंत्री के तरफ से कभी ठेस नहीं पहुंचेगी। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा हां ये अलग बात है कि कुछ सिरफिरे लोग कभी कभार आ जायेंगे कुछ कह के चले जायेंगे उसका खयाल भी नहीं कीजिएगा। क्योंकि ऐसे लोग सरकार का संदेश भी नहीं दे पाएंगे। सरकार का संदेश मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री ही देंगे।